नई दिल्ली। मणिपुर में मैतेई-कूकी समुदाय के बीच चल रही हिंसा को 52 दिन पूरे हो चुके हैं। सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी ये जातीय संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच गृहमंत्री अमित शाह ने आज 3 बजे पार्लियामेंट लाइब्रेरी बिल्डिंग में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में […]
नई दिल्ली। मणिपुर में मैतेई-कूकी समुदाय के बीच चल रही हिंसा को 52 दिन पूरे हो चुके हैं। सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी ये जातीय संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच गृहमंत्री अमित शाह ने आज 3 बजे पार्लियामेंट लाइब्रेरी बिल्डिंग में सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
इस बैठक में केंद्र सरकार हिंसा और उसकी वजहों के बारे में सभी विपक्षी दलों के नेताओं को ब्रीफ देगी। इसके अलावा बैठक में सरकार मणिपुर हिंसा पर सभी विपक्षी पार्टियों से सहयोग करने की अपील भी कर सकती हैं।
बता दें, केंद्र सरकार द्वारा बुलाई जा रही इस सर्वदलीय बैठक को लेकर विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार पर हमला किया है। कांग्रेस ने गुरुवार को बैठक को लेकर कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी इस समय विदेशी यात्रा पर है, ऐसे समय में सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने का क्या मतलब है ?
मामले को लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि, मणिपुर पिछले 50 दिनों से जल रहा है, मगर प्रधानमंत्री मौन रहे। सर्वदलीय बैठक तब बुलाई गई जब पीएम खुद देश में नहीं है। इससे साफ है कि प्रधानमंत्री के लिए ये बैठक महत्वपूर्ण नहीं है।
वही कांग्रेस महसचिव जयराम रमेश ने एक वीडियो जारी कर कहा, प्रधानमंत्री अमेरिका में है, लेकिन वह मणिपुर को लेकर पूरी तरह खामोश है। उन्होंने मणिपुर के नेताओं से मुलाकात करने से मना कर दिया है। हिंसा के 51 दिन बीत जाने के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है।