सर्वदलीय बैठक का आयोजन संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया है। इस बैठक में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, शिवसेना, बीजेडी समेत अन्य दलों के नेता शामिल हुए। शीतकालीन सत्र सोमवार यानी 25 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र के दौरान विपक्ष वक्फ संशोधन विधेयक, मणिपुर हिंसा और गौतम अडानी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा।
नई दिल्लीः संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है, उससे पहले केंद्र सरकार ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक का उद्देश्य संसद के शीतकालीन सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए दलों के बीच आम सहमति बनाना है। संसद का शीतकालीन सत्र काफी हंगामेदार रहने की उम्मीद है। इस सत्र के दौरान वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक-2024 समेत अन्य महत्वपूर्ण विधेयक संसद में पेश किए जा सकते हैं।
सर्वदलीय बैठक का आयोजन संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया है। इस बैठक में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, शिवसेना, बीजेडी समेत अन्य दलों के नेता शामिल हुए। शीतकालीन सत्र सोमवार यानी 25 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र के दौरान विपक्ष वक्फ संशोधन विधेयक, मणिपुर हिंसा और गौतम अडानी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा।
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने गौतम अडानी मामले पर संसद की संयुक्त समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग की है। वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के लिए गठित जेपीसी शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह के अंत में अपनी रिपोर्ट पेश कर सकती है।
शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार पंजाब न्यायालय संशोधन विधेयक, मर्चेंट शिपिंग विधेयक, तटीय नौवहन विधेयक और भारतीय बंदरगाह विधेयक पेश कर सकती है। इनके अलावा लोकसभा से पारित हो चुका भारतीय विमान विधेयक राज्यसभा में लंबित है। लोकसभा बुलेटिन के अनुसार, वक्फ संशोधन विधेयक और मुस्लिम वक्फ विधेयक समेत आठ विधेयक लोकसभा में लंबित हैं। इसके अलावा दो विधेयक राज्यसभा में लंबित हैं। इस संसद सत्र में एक देश एक चुनाव विधेयक पेश होने की उम्मीद भी है।
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