France Riots, Inkhabar। फ्रांस में 17 वर्षीय डिलिवरी बॉय नाहेल को गोली मारे जाने के बाद पूरे देश में इस समय हिंसा भड़की हुई है। ताजा आंकड़ों के अनुसार देशभर में हिंसा के चलते अभी तक 1311 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं सरकार ने हिंसा रोकने के लिए देशभर में 45 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों कल यूरोपीय यूनियन की समिट को बीच में छोड़कर वापस देश लौट आए है। इसके बाद भी हिंसा को रोकने में फ्रांस सरकार विफल रही है। इस हिंसा को लेकर दुनियाभर में चर्चा हो रही है। ऐसे में आइए आपको बताते है कौन है ये नाहेल जिसकी मौत पुलिस की गोलीबारी में हुई है।
नाहेल डिलिवरी बॉय का काम करता था वह अपनी मां का इकलौता सहारा था। इसके अलावा नाहेल को रग्बी खेलने का काफी ज्यादा शौक था। जिसके चलते वह रग्बी लीग भी खेल चुका था। वह पिछले तीन साल से पाइरेट्स ऑफ नैनटेरे रग्बी क्लब का सक्रिय सदस्य था। नाहेल को लेकर उसकी मां मौनिया ने बताया था कि मेरे बच्चे को पढ़ने-लिखने में मन नहीं लगता था उसकी दिलचस्पी इलेक्ट्रिशियन बनने में थी। इसके लिए नाहेल ने कॉलेज में एडमिशन भी लिया था।
मीडिया से बात करते हुए नाहेल की मां ने बताया कि, काम पर जाने से पहले नाहेल ने उन्हें प्यार से आई लव यू कहते हुए किस भी किया था। अब मेरे बच्चे को पुलिसवालों ने मार दिया अब मैं क्या करूंगी। मैंने उसके लिए सबकुछ अपना समर्पित कर दिया था। मेरे पास सिर्फ एक ही बच्चा था, ना कि दस बच्चे। वह मेरी जिंदगी था, मेरा सबसे अच्छा दोस्त। मौनिया का आरोप है कि अल्जीरियाई मूल के होने के कारण पुलिस ने मेरे बच्चे पर गोली चलाई थी।
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने देश लौटने के बाद युवक की मौत के मुद्दे पर दंगा कर रहे लोगों की निंदा की है। उन्होंने कहा कि दंगों को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा मैक्रों ने हिंसा में शामिल हो रहे बच्चों के मां-बाप से भी अपील की है कि वो अपने बच्चों को दंगे करने के लिए ना भेजे। इसी के साथ मैक्रों ने सोशल मीडिया से फेक न्यूज और दंगा भड़काने वाली सामग्री को हटाने का निर्देश दिया है।
पेरिस के एक उपनगर नानटेयर में पुलिस ने एक 17 साल के युवक जिसका नाम नाहेल एम को गोली मार दी थी। बताया जा रहा है पुलिसकर्मियों ने ट्रैफिक नियम तोड़ने पर युवक को रुकने लिए कहा था, लेकिन उसने पुलिसकर्मियों की नहीं सुन और गाड़ी को भगाने लगा, इसी दौरान पुलिस ने गोली चला दी। गुरुवार रात से ही पेरिस के कई हिस्सों में बस और ट्रामा सेवाएं निलंबित कर दी गई। इस बीच फ्रांस के गृह मंत्रालय ने कहा कि उसने पेरिस में 5000 और देश में 40 हजार पुलिस अधिकारियों को तैनात किए जाने के आदेश जारी किए है।
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