नई दिल्ली। दुनियाभर में वेल्थ और इन्वेस्टमेंट माइग्रेशन पर नजर रखने वाली हेनले ने प्राइवेट वेल्थ माइग्रेशन रिपोर्ट जारी की रिपोर्ट में इस साल भारत से 6500 हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स के देश छोड़कर जाने दावा किया गया है। हालांकि ये संख्या पिछले साल से कम है। बता दें पिछले साल 7 हजार अमीर लोगों ने भारत छोड़ा था।
रिपोर्ट में सबसे अधिक चीन से अमीर लोगों के पलायन होने की जानकारी दी गई है। चीन से इस बार 13 हजार 500 अमीरों के पलायन का अनुमान है जबकि पिछले साल 10 हजार 800 अमीर चीन छोड़कर दूसरे देश में बस गए थे। वहीं इस लिस्ट में 3200 करोड़पतियों के साथ ब्रिटेन तीसरे और 3 हजार करोड़पतियों के साथ रूस चौथे नंबर पर है।
हालांकि जानकारों ने करोड़पतियों के देश छोड़ने को कोई गंभीर चिंता का विषय नहीं माना है। इसके पीछे दलील दी जाती है कि 2031 तक करोड़पतियों की आबादी लगभग 80 फीसदी तक बढ़ सकती है। इस दौरान भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते वेल्थ मार्केट में से एक होगा। ऐसे में भारत में करोड़पतियों की संख्या बढ़ेगी और इस दौरान पलायन की संख्या का कम होना भारत के लिए राहत की बात है।
बता दें, पलायन करने वाले करोड़पतियों का सबसे पसंदीदा देश ऑस्ट्रेलिया है। ऑस्ट्रेलिया का मौसम, समुद्र तट, सेफ्टी एंड सिक्युरिटी, बेहतर हेल्थ सिस्टम, क्वालिटी ऑफ लाइफ, बेहतर एजुकेशन के अवसर और अच्छी अर्थव्यवस्था होने की वजह से अधिकतर अमीर लोग ऑस्ट्रेलिया में बसना पसंद करते हैं।