नेता तेजस्वी यादव की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी उस समय सुर्खियों में आ गई. जब उनके जाने के बाद खाने के लिए लोगों में लूट मच गई. यह घटना जाले इलाके में हुई. जहां इफ्तार के लिए लाए गए खाद्य सामानों से भरी पिकअप वैन पर भीड़ टूट पड़ी.
Bihar News: बिहार के दरभंगा में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी उस समय सुर्खियों में आ गई. जब उनके जाने के बाद खाने के लिए लोगों में लूट मच गई. यह घटना जाले इलाके में हुई. जहां इफ्तार के लिए लाए गए खाद्य सामानों से भरी पिकअप वैन पर भीड़ टूट पड़ी. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में लोग खाने के पैकेट्स छीनते और भागते नजर आ रहे हैं. खाली डिब्बों को गाड़ी से भीड़ की ओर फेंकते हुए भी देखा गया. हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि यह लूटपाट तब हुई. जब तेजस्वी यादव वहां मौजूद थे और लोगों के बीच बैठे थे.
दरभंगा के इस आयोजन में इफ्तार के लिए खाद्य सामग्री पिकअप वैन में लाई गई थी. वीडियो में साफ दिख रहा है कि जैसे ही मौका मिला लोग वैन पर चढ़ गए और खाने के पैकेट्स लूटने लगे. जिसे जो हाथ लगा वह उसे लेकर भागता दिखा. इस अफरा-तफरी ने आयोजन की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए. खाने की लूट का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसके बाद आरजेडी की जमकर किरकिरी हो रही है.
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— InKhabar (@Inkhabar) March 22, 2025
यह इफ्तार पार्टी सिर्फ लूट की वजह से ही नहीं बल्कि एक अन्य कारण से भी चर्चा में रही. तेजस्वी यादव इस आयोजन से पहले दरभंगा के प्राचीन देवी अहिल्या स्थान मंदिर में पूजा-अर्चना करने गए थे. जहां उनके माथे पर तिलक लगा था. लेकिन इफ्तार पार्टी में पहुंचते ही उनके सिर पर जालीदार टोपी नजर आई. जबकि तिलक गायब था. इस बदलाव ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी. कुछ लोगों ने इसे उनकी सांस्कृतिक एकता की मिसाल बताया तो कुछ ने इसे राजनीतिक नाटक करार दिया.
इस आयोजन को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा ‘जब भी हम और लालू यादव जी इफ्तार करते थे तो मिथिलांचल के हमारे कई भाई पटना नहीं पहुंच पाते थे. इसलिए हमने सोचा कि दरभंगा के जाले में भी इफ्तार का आयोजन करें ताकि खुशियां बांट सकें.’ अपने भाषण के दौरान उनके सिर पर जालीदार टोपी थी. जिसे उन्होंने समुदाय के बीच एकजुटता के प्रतीक के रूप में पहना. लेकिन इस नेक इरादे के बावजूद खाने की लूट ने उनके आयोजन को विवादों के घेरे में ला दिया.
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