बिहार के किशनगंज जिले के कोचाधामन थाना क्षेत्र में पुलिस ने रविवार देर रात फर्जी डीएसपी और पुलिस अधिकारी बनकर अवैध वसूली कर रहे सात युवकों को गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार, ये युवक अपनी कार सड़कों पर खड़ी कर वाहनों को रोकते थे।
पटना: बिहार के किशनगंज जिले के कोचाधामन थाना क्षेत्र में पुलिस ने रविवार देर रात फर्जी डीएसपी और पुलिस अधिकारी बनकर अवैध वसूली कर रहे सात युवकों को गिरफ्तार किया। आरोपियों में एक युवक डिफेंस की वर्दी पहने हुए था और खुद को एसएसबी का जवान बता रहा था। इन युवकों को एक अर्टिगा कार (बीआर 11 बीएफ 2169) के साथ गिरफ्तार किया गया, जिस पर पुलिस का नेम प्लेट भी लगा हुआ था।
कोचाधामन थाना क्षेत्र के सोंथा चौक के पास वाहन चालकों से अवैध वसूली की गुप्त सूचना मिलने पर एसपी सागर कुमार के निर्देश पर पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई की। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने सातों आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया। गिरफ्तार युवकों में पूर्णिया जिले का कौशल, जो डिफेंस की वर्दी पहने था, खुद को एसएसबी का जवान बता रहा था। बाकी छह युवक सिविल ड्रेस में थे।
जानकारी के अनुसार, ये युवक अपनी कार सड़कों पर खड़ी कर वाहनों को रोकते थे। सिविल कपड़े पहने युवक वाहन चालकों को धमकाते हुए कहता था कि “डीएसपी साहब गाड़ी में बैठे हैं, चुपचाप लेनदेन कर लो वरना गाड़ी जब्त कर ली जाएगी।” इससे वाहन चालक डरकर पैसे दे देते थे। गिरफ्तार आरोपियों में संतोष कुमार (मधुबनी), कौशल (पूर्णिया), अजहरुद्दीन, मनीष, सज्जाद, नौशाद और एक नाबालिग शामिल हैं। इनके पास से छह मोबाइल फोन और 7,470 रुपये नगद बरामद किए गए।
वहीं अब पुलिस सभी आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जांच कर रही है। साथ ही एसएसबी से संपर्क कर कौशल की सच्चाई का पता लगाया जा रहा है। पुलिस ने इस गैंग को अंतरजिला गिरोह मानते हुए अन्य जिलों में भी उनकी गतिविधियों की जांच शुरू कर दी है। एसपी सागर कुमार ने बताया कि गिरफ्तार युवकों से पूछताछ की जा रही है।
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