नई दिल्ली: आज के दौर में मोनालिसा वो काबिज़ अदाकरा है जिसे किसी के नाम-शोहरत की जरूरत नहीं है. भोजपुरी सिनेमा की सबसे होश-रुबा और ग्लैमरस हसीना की बात हो तो मोनालिसा का नाम सबसे पहले जुबां पर आता है. ऐसा हो भी क्यों न…. ? मोनालिसा भोजपुरी क्वीन भी तो कही जाती हैं. बहरहाल, […]
नई दिल्ली: आज के दौर में मोनालिसा वो काबिज़ अदाकरा है जिसे किसी के नाम-शोहरत की जरूरत नहीं है. भोजपुरी सिनेमा की सबसे होश-रुबा और ग्लैमरस हसीना की बात हो तो मोनालिसा का नाम सबसे पहले जुबां पर आता है. ऐसा हो भी क्यों न…. ? मोनालिसा भोजपुरी क्वीन भी तो कही जाती हैं. बहरहाल, होश-उड़ाने वाली इन तमाम कातिलाना हसीनाओं के परदे के पीछे की ज़िंदगी भी होश-उड़ा देने वाली ही होती है.
मोनालिसा का असली नाम अंतरा बिस्वास है. फिल्मों की दुनिया के लिए हसीना ने अपना नाम मोनालिसा कर लिया था. मोनालिसा ने भले ही अब भोजपुरी फिल्मों से अपने ताल्लुक खत्म कर लिए हो. लेकिन आज भी यह अदाकारा खूबसूरती से लेकर हुस्न और कमाई के मामले में ये बड़ी-बड़ी हीरोइनों को टक्कर देती है. लेकिन एक आलम ऐसा था कि जब महज 120 रुपए के लिए वो एक होटल में काम किया करती थीं. 15 साल की उम्र में कोलकाता के एक होटल में यह हसीना रोज 120 रुपये की पगार पर काम किया करती थीं.
मोनालिसा के पिता का नाम शैलेश दुबे है जो एक व्यापारी थे, लेकिन जब मोना के पिता का व्यवसाय मंदा हो गया तो हसीना को अपना जेब खर्च चलाने के लिए होटल में काम करना पड़ा था. मोनालिसा को कम उम्र से ही पढ़ाई के साथ-साथ डांस और एक्टिंग में दिलस्चस्पी थी लेकिन शैलेश दुबे को यह बात हरगिज़ गवारा नहीं थी कि उनकी बेटी फिल्मों में काम करे. यही नहीं, मोना के पड़ोसियों को भी यह बात पसंद नहीं थी की वो एक हीरोइन के तौर पर अपनी पहचान कायम करें।
मोनालिसा ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत एक हिंदी फिल्म के जरिये की थी लेकिन उन्हें कामयाबी हासिल नहीं हुई. इसी दरमियान उन्हें एक भोजपुरी फ़िल्म ‘कहां जईबा राजा नजरिया लड़ाईके’ में अदाकारी करने का मौका मिल गया. यह फिल्म सुपरहिट हो गई और इस फिल्म ने मोना को बेशुमार शोहरत दी.