नई दिल्ली : भोजीवुड पर आज किसी अभिनेत्री का राज है तो वह हैं रानी चटर्जी. रानी केवल नाम की ही रानी नहीं हैं उन्हें सच में भोजीवुड की क्वीन कहा जाता है. बात फिटनेस की हो या एक्टिंग की उन्होंने अपने आप को हमेशा समय के साथ ढाला है. लेकिन बेहद कम लोग इस […]
नई दिल्ली : भोजीवुड पर आज किसी अभिनेत्री का राज है तो वह हैं रानी चटर्जी. रानी केवल नाम की ही रानी नहीं हैं उन्हें सच में भोजीवुड की क्वीन कहा जाता है. बात फिटनेस की हो या एक्टिंग की उन्होंने अपने आप को हमेशा समय के साथ ढाला है. लेकिन बेहद कम लोग इस बात को जानते हैं कि रानी का असल नाम रानी चटर्जी नहीं बल्कि साबिया शेख है. रानी का ताल्लुक इस्लाम से है. जितनी हैरान कर देने वाली ये बात है उससे ज़्यादा दिलचस्प है ये कहानी जिसने रानी को साबिया से भोजपुरी इंडस्ट्री की मुख्य कलाकार बनाया.
साल 1979 में आज ही के दिन (3 नवंबर) रानी का जन्म मुंबई के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था. उनका असल नाम साबिया शेख था जिन्होंने महज 14 साल की उम्र से एक्टिंग की शुरुआत कर दी थी. वह दसवीं क्लास में पढ़ते हुए अपना करियर भी संभाल रही थीं. इसी बीच उन्हें मनोज तिवारी की फिल्म ‘ससुरा बड़ा पईसावाला’ के लिए ऑफर आया और उन्होंने तुरंत हां कर दिया.
फिल्म की शूटिंग गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में होनी थी. शूटिंग शुरू होने से पहले सभी लोगों ने साबिया को लेकर चिंता जाहिर की. क्योंकि साबिया एक मुसलमान थीं और शूटिंग मंदिर के अंदर थी तो संभव था कि इसपर आपत्ति जताई जाए. लेकिन इस बात का हल प्रोड्यूसर सुधाकर पांडे ने बड़ी ही आसानी से निकाल लिया. उन्होने साबिया उर्फ़ रानी को कहा कि अगर को तुमसे तुम्हारा नाम पूछे तो तुम उन्हें अपना नाम रानी बता देना. बता दें, फिल्म में भी साबिया के किरदार का यही नाम था. इस दौरान मंदिर में एक शख्स ने उनका नाम भी पूछ लिया जिसके बाद झट से किसी ने कहा कि रानी चटर्जी. उसी दिन से साबिया का नाम रानी चटर्जी पड़ा.
Russia-Ukraine War: पीएम मोदी ने पुतिन को ऐसा क्या कह दिया कि गदगद हो गया अमेरिका
Raju Srivastava: अपने पीछे इतने करोड़ की संपत्ति छोड़ गए कॉमेडी किंग राजू श्रीवास्तव