नई दिल्ली : New Delhi भोजपुरी फिल्म की जानी मानी अदाकारा (Bhojpuri Actress) रानी चटर्जी (Rani Chatterjee ने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है. यहीं नहीं वे अब यूपी में चुनाव प्रचार की बागडोर भी संभालने वाली हैं. कहा जा रहा है. कि वह चुनाव भी लड़ने के भी मूड में हैं. यूपी के […]
भोजपुरी फिल्म की जानी मानी अदाकारा (Bhojpuri Actress) रानी चटर्जी (Rani Chatterjee ने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है. यहीं नहीं वे अब यूपी में चुनाव प्रचार की बागडोर भी संभालने वाली हैं. कहा जा रहा है. कि वह चुनाव भी लड़ने के भी मूड में हैं. यूपी के अलावा रानी के पास महाराष्ट्र में भी ऑप्शन है. लेकिन सवाल ये उठता है कि एक तरफ जहां रानी के पास फिल्मों की झड़ी लगी हुई थी. ऐसे में रानी राजनीति में क्यों कूदीं. लोग तो यह भी सवाल खड़े कर रहे हैं,कि क्या रानी का भी वही हाल कांग्रेस में होगा जो एक्ट्रेस से नेता बनीं नगमा (Actress Nagma in Congress) का हुआ? फिल्मी दुनिया के दो-चार स्टारों को छोड़ दें तो भोजपुरी और बॉलीवुड वालों का कांग्रेस में बुरा हाल ही हुआ है.
मालूम हो कि रानी चटर्जी का वास्तविक नाम साहिबा शेख हैं. वह मुस्लिम धर्म से बिलॉग करती हैं. लेकिन भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर रानी चटर्जी कर लिया. ऐसे में बड़ा प्रश्नचिन्ह ये है,कि क्या रानी ने कुछ इस तरह की मजबूरी के चलते कांग्रेस का दामन थामा है. और दूसरी वजह उनके साथ के सभी बड़े नाम वाले साथी कलाकार रवि किशन, मनोज तिवारी, निरहुआ और पवन सिंह वगैरा बीजेपी में हैं. इन सभी के साथ रानी काम कर चुकी हैं. और इन सबके साथ रानी के अच्छे संबंध भी हैं. ऐसे में अगर लोगों की आम राय मानें तो रानी को बीजेपी की विचारधारा पसंद नहीं है. इस वजह से उन्होने कांग्रेस का दामन थामा है. तो आइये देखते हैं कि कांग्रेस ज्वॉइन कर कितने स्टार हुए हैं फ्लॉप?
2014 में मेरठ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुकीं फिल्म अभिनेत्री नगमा लंबे समय से कांग्रेस में हैं. लेकिन वो जीत नहीं पाई हैं. नगमा को कांग्रेस में सिर्फ लोकसभा और विधानसभा के चुनावों में खासकर प्रचार के लिए ज्यादा प्रयोग किया जाता है. इसके अलावा नगमा कांग्रेस की किसी बैठक या सभा में नज़र नहीं आतीं।
भोजपुरी के सीनियर एक्टर कुणाल सिंह भी बड़े जोर शोर से राजनीति में आए. साल 2014 में वे कांग्रेस में शामिल हुए औऱ कांग्रेस के टिकट पर 2014 में ही पटना साहिब सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन बुरी तरह हार गए. उसके बाद से कुणाल सिंह कांग्रेस में कोई खास तरह से एक्टिव नहीं दिखे. वे भी कांग्रेस की किसी बैठक में न तो शामिल होते दिखते हैं और न ही पार्टी ने उन्हें कोई पद दिया है.
भोजपुरी साथ-साथ हिन्दी फिल्मों के स्टार भी कांग्रेस में आते ही धराशायी हो गए. बीजेपी से मोह भंग होने के बाद शत्रुघ्न ने साल 2019 का लोकसभा चुनाव पटना साहिब से कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर लड़ा. उनकी शान में राहुल गांधी ने भी पटना में रोड शो किया. बावजूद इसके सिन्हा चुनाव नहीं जीत पाए. उसके बाद वे भी कांग्रेस से किनारा काटने लगे. पार्टी ने उन्हें भी कोई महत्वपूर्ण पद नहीं दिया है.
बॉलीवुड जानी-मानी कलानेत्री उर्मिला मातोंडकर साल 2019 में कांग्रेस में शामिल हुई. कांग्रेस ने मुंबई उत्तरी लोकसभा सीट से उन्हें मैदान में उतारा. लेकिन उर्मिला जीत नहीं पाईं. हार के बाद उर्मिला का कुल पांच महीने में ही मोह भंग हो गया और कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया.
हरियाणा की जानी मानी लोक नृत्यांगना सपना चौधरी ने साल 2019 में कांग्रेस का दामन थामा. लेकिन पता नहीं सपना के साथ क्या घटित हुआ कि 24 घंटे के भीतर ही उन्होने कांग्रेस को बाय-बाय कह दिया. जिसके लिये बाद में उन्होने सफाई भी दी की वह कांग्रेस में शामिल नहीं हुई थी. लेकिन तब तक सपना का कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण के दौरान का फोटो सबके सामने आ चुका था. इससे सपना का झूठ भी पकड़ में आ गया.
यूपी में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ रही बीजेपी के पास भोजपुरी के कई जाने माने स्टार हैं. ये स्टार बीजेपी के लिये चुनाव प्रचार में संजीवनी का काम करते हैं. जो जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाते हैं. जिनमें सांसद मनोज तिवारी, सांसद रवि किशन, निरहुआ और पवन सिंह समेत कई बड़े नाम शामिल हैं ये बिहार, झारखंड समेत कई हिन्दी भोजपुरी अवधी बेल्ट में अपनी पकड़ रखते हैं.
ग्रामीण इलाकों में भोजपुरी सितारों को लोग जानते हैं. इनकी फिल्में देखते है और इनसे प्यार भी करते हैं. ऐसे में जब ये स्टार उनके क्षेत्र में पहुंचते हैं तो इन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो जाते हैं. नेताओं से ज्यादा स्टार को देखने के लिए भीड़ उमड़ती है. ऐसे में नेता अपनी बात भीड़ में जुटे लोगों को सुनाते हैं और वोट देने की अपील करते हैं.