इंडिया न्यूज़ के विशेष शो भारत पर्व में आज अध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा ने आचार्य चाणक्य पर चर्चा की. गुरूजी ने बताया कि चाणक्य एक महँ विभूति थे और उन्होंने अपनी विद्वत्ता और क्षमताओं के बल पर भारतीय इतिहास की धारा को बदल दिया. वे कुशल राजनीतिज्ञ, प्रकांड अर्थशास्त्री के रूप में विश्वविख्यात हुए. चाणक्य के द्वारा बताए गए सिद्धांत और नीतियां प्रासंगिक हैं.
जब राधा-कृष्ण, सीता-राम, शिव-पार्वती की पूजा होती है तो दीपावली पर लक्ष्मी जी के साथ विष्णु की पूजा न होकर गणेश जी की पूजा क्यों होती है.
नई दिल्ली. गंगा नदी का भारत में अपना अलग महत्त्व है. कहा जाता है गंगा पूजन एवं स्नान से रिद्धि-सिद्धि, यश-सम्मान की प्राप्ति होती है. गंगा पूजन से मांगलिक दोष से ग्रसित जातकों को विशेष लाभ प्राप्त होता है, गंगा स्नान करने से अशुभ ग्रहों का प्रभाव समाप्त होता है. (वीडियो में जानिए शास्त्रों में […]
नई दिल्ली. इंसान की त्वचा में लाखों रोम-कूप है जिनसे पसीना निकलता रहता है. इन रोम कूपों को जहां भरपूर ऑक्सीजन की जरूरत होती है वहीं उन्हें पौषक तत्व भी चाहिए, लेकिन हमारी त्वचा पर रोज धुल, गर्द, धुवें और पसीने से मिलकर जो मैल जमता है उससे हमारी त्वचा की सुंदरता और उसकी आभा […]
नई दिल्ली. जिंदगी में मेहनत के साथ-साथ ही एक और चीज सभी के लिए मायने रखती है.
नई दिल्ली. स्वामी विवेकानन्द वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे.
नई दिल्ली. 'वेद' हिन्दू धर्म के प्राचीन पवित्र ग्रंथों का नाम है, इससे वैदिक संस्कृति प्रचलित हुई.
नई दिल्ली. हिन्दू धर्म में पुराणों के अनुसार शिवजी जहां-जहां स्वयं प्रगट हुए उन 12 स्थानों पर स्थित शिवलिंगों को ज्योतिर्लिंगों के रूप में पूजा जाता है. इनकी कुल संख्या 12 है. ये 12 ज्योतिर्लिंग, सौराष्ट्र प्रदेश (काठियावाड़) में श्रीसोमनाथ, श्रीशैल पर श्रीमल्लिकार्जुन, उज्जयिनी (उज्जैन) में श्रीमहाकाल, ॐकारेश्वर अथवा अमलेश्वर, परली में वैद्यनाथ, डाकिनी नामक स्थान […]
इंडिया न्यूज़ के विशेष शो भारत पर्व में आज अध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा ने मानव शरीर की सरंचना के बारे में बात की. गुरूजी ने बताया कि भारतीय प्राचीन मानव शरीर शास्त्र में शरीर के अंगों और संधियों को आधार बनाकर काफी गहनता से रोगों से मुक्ति का मार्ग बताया गया है. गुरूजी ने बताया कि चीन की एक्यूपंचर कला भी इसी प्राचीन मानव शरीर शास्त्र का एक अंग है. वीडियो देखें:
नई दिल्ली. पुरी का जगन्नाथ मंदिर के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है. इसके बारे में कहा जाता है कि मंदिर के ऊपर स्थापित ध्वज सदैव हवा के विपरीत दिशा में लहराता है. वहीं पुरी में किसी भी स्थान से आप मंदिर के शीर्ष पर लगे सुदर्शन चक्र को देखेंगे तो वह आपको सदैव अपने […]