कामाख्या मंदिर भारत का प्रसिद्ध शक्तिपीठ है, जो असम में है. कामाख्या देवी का ये मंदिर गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर दूर नीलाचल पहाड़ी पर है. इस पहाड़ी को नील पर्वत भी कहते हैं.
अगर मन की कामना पूरी करने हो तो मां वैष्णों देवी के दरबार में यह जरुर पूरी होती है. इसी कामना के साथ हर साल लाखों तीर्थयात्री जम्मू जिले में कटरा से 12 किलोमीटर दूर वैष्णों देवी का मंदिर आते हैं. यह भारत में तिरुपति मंदिर के बाद दूसरा सबसे ज्यादा देखा जाने वाला तीर्थस्थान है, जो 51 शक्तिपीठों में एक है.
डिया न्यूज़ के विशेष शो 'भारत पर्व' में अध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा ने महामृत्युंजय मंत्र के बारे में बताया. महामृत्युंजय मंत्र का जाप अगर सही तरह से किया जाए तो ये मंत्र अद्भुत प्रभाव देता है. महामृत्युंजय मंत्र हमें अकाल मृत्यु से बचा सकता है.
इंडिया न्यूज़ के विशेष शो 'भारत पर्व' में आज अध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा ने खुशहाल रहने के गुण बताए. गुरूजी ने बताया कि कैसे सनातन धर्म के ज्यादातर ग्रंथों में खुश रहने से जुड़े सूत्र छिपे हुए हैं, बस उन तक पहुंच बनाना ज़रूरी है. साथ ही अपने ईष्ट देव के करीब रहने से खुशियां भी आपके आस-पास बनी रहती है.
नई दिल्ली. मुश्किलें तो हर किसी के जीवन में आती रहती है. जब एक मुश्किल को खत्म करके हम यह सोचते हैं कि चलो अब जिंदगी आराम से कटेगी तब तक कोई दूसरी परेशानी हमारे दरवाजे पर दस्तक देने लगती है. जब कभी हम किसी सफल व्यक्ति को देखते हैं तो सोचते हैं काश, ऐसी […]
यज्ञ भारतीय संस्कृति का प्रतीक है. हिन्दू धर्म में जितना महत्व यज्ञ को दिया गया है उतना ओर किसी को नहीं दिया गया. हमारा कोई भी शुभ अशुभ धर्म कार्य इसके बिना पूरा नहीं होता. जन्म से मृत्यु तक सभी संस्कारों में यज्ञ आवश्यक है. हमारे धर्म में वेदों का जो महत्व है वही महत्व यज्ञों को भी प्राप्त है क्योंकि वेदों का प्रधान विषय ही यज्ञ है.
बिहार में विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र आज इंडिया न्यूज़ अपने विशेष कार्यक्रम 'बिहार पर्व' में मैनेजिंग एडिटर राणा यशवंत के साथ पहुंचा है बिहार के सबसे प्रसिद्ध इलाके ‘सासाराम’ में.
इंडिया न्यूज़ के विशेष शो भारत पर्व में आज अध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा मूर्ति पूजा के असली अर्थों के बारे में बता रहे हैं. गुरूजी ने बताया कि सिर्फ मूर्ति तक उलझ कर रह जाना ईश्वर की अवहेलना करना है. मूर्ति सिर्फ एक माध्यम है जबकि लोग उसे ही ईश्वर मान लेते है. मूर्ति के सिंगार और मंदिरों के डिजाइन में ही ईश्वर को खोजना मूर्खता है.
नई दिल्ली. भारत नाट्यम, भारत के प्रसिद्ध नृत्यों में से एक है. इसका संबंध दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य से है. यह नाम ‘भरत’ शब्द से लिया गया तथा इसका संबंध नृत्यशास्त्र से है. ऐसा माना जाता है कि ब्रह्मा, हिन्दू देवकुल के महान त्रिदेवों में से प्रथम, नाट्य शास्त्र अथवा नृत्य विज्ञान हैं. […]
‘अर्ध’ शब्द का अर्थ होता है आधा. इसी कारण 12 वर्षों के अंतराल में आयोजित होने वाले 'पूर्ण कुंभ' के बीच छह वर्ष के बाद आयोजित होने वाले कुंभ को 'अर्ध कुंभ' कहा जाता है.