गाय का यूं तो पूरी दुनिया में ही काफी महत्व है. दुधारू पशु होने के कारण ये बहुत उपयोगी घरेलू पशु है. भारतवर्ष में प्राचीन काल से ही गोधन को मुख्य धन मानते थे, और सभी प्रकार से गौ रक्षा और गौ सेवा, गौ पालन भी करते थे.
नई दिल्ली. गाय का यूं तो पूरी दुनिया में ही काफी महत्व है. दुधारू पशु होने के कारण ये बहुत उपयोगी घरेलू पशु है. भारतवर्ष में प्राचीन काल से ही गोधन को मुख्य धन मानते थे, और सभी प्रकार से गौ रक्षा और गौ सेवा, गौ पालन भी करते थे.
शास्त्रों, वेदों, आर्ष ग्रथों में गौरक्षा, गौ महिमा, गौपालन आदि के प्रसंग भी अधिकाधिक मिलते हैं. रामायण, महाभारत, भगवतगीता में भी गाय का किसी न किसी रूप में उल्लेख मिलता है. गाय का जहाँ धार्मिक आध्यात्मिक महत्व है वहीं कभी प्राचीन काल में भारतवर्ष में गोधन एक परिवार, समाज के महत्वपूर्ण धनों में से एक है.
इंडिया न्यूज़ के खास शो ‘भारत पर्व’ में अध्यातमिक गुरू पवन सिन्हा आपको बताएंगे कि शास्त्रों में गाय का क्या महत्व है ? साथ ही गुरू जी आपको बताएंगे गोधन का अर्थ और इसका महत्व.
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