भारत की नैतिकता इतनी ऊंची थी कि सारा संसार अपने चरित्र के अनुसार शिक्षा प्राप्त करे. ऐसी घोषणा यहां की जाती थी. नैतिकता के अंग हैं – सच बोलना, चोरी न करना, अहिंसा, दूसरों के प्रति उदारता, शिष्टता, विनम्रता, सुशीलता आदि.
April 7, 2016 5:37 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. भारत की नैतिकता इतनी ऊंची थी कि सारा संसार अपने चरित्र के अनुसार शिक्षा प्राप्त करे. ऐसी घोषणा यहां की जाती थी. नैतिकता के अंग हैं – सच बोलना, चोरी न करना, अहिंसा, दूसरों के प्रति उदारता, शिष्टता, विनम्रता, सुशीलता आदि.
आज के समय में इसमें कई तरह के बदलाव आ रहे हैं. इसी की पूरी जानकारी देंगे अध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा इंडिया न्यूज के शो भारत पर्व में