भारतीय संस्कृति मूलतः अरण्य संस्कृति रही है, अरण्य अर्थात् वन. जन्म से ही मनुष्य का नाता प्रकृति से जुड़ा जाता है. इसी कारण प्रकृति की आराधना तथा पर्यावरण का संरक्षण करना हमारा पुरातन भारतीय चिंतन है. प्रकृति के साथ सह-अस्तित्व की भावना से युक्त जीवन व्यतीत करने वाले वैदिक ऋषियों ने प्राकृतिक शक्तियों-वसुंधरा, सूर्य, वायु, जल आदि की भावपूर्ण स्तुति की है.