सिद्दि का आधार है शक्ति

सिद्दि का आधार शक्ति माना गया है. संसार का कोई भी उद्योग, कोई भी पुरूषार्थ और कोई भी कार्य शक्ति के बिना नहीं किया जा सकता.कोई बड़ा ही नहीं, एक साधारण कार्य में भी शक्ति की आवश्यकता पड़ती है.

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सिद्दि का आधार है शक्ति

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  • December 23, 2015 5:44 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. सिद्दि का आधार शक्ति माना गया है. संसार का कोई भी उद्योग, कोई भी पुरूषार्थ और कोई भी कार्य शक्ति के बिना नहीं किया जा सकता.कोई बड़ा ही नहीं, एक साधारण कार्य में भी शक्ति की आवश्यकता पड़ती है.
 
इंडिया न्यूज शो भारत पर्व में आध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा बताते हैं कि संसार में मुख्य रुप से दो शक्तियां काम करती हैं.एक शारीरिक बल, दूसरा मानसिक बल. शारीरिक बल और मानसिक बल में भी मानसिक बल को अधिक महत्व दिया गया है. शरीर में क्षमता होते हुए भी जब मनुष्य का मन असहयोगी हो जाता है तो वह जरा देर भी काम नहीं कर सकता. मन में उत्साह और सहयोग होने पर यदि एक बार शरीर थका भी हो तो मनुष्य बहुत देर तक काम करता रहता है.
 
 

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