गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस के सुंदरकांड का पाठ अक्सर शुभ कार्यों की शुरुआत से पहले किया जाता है. सुंदरकांड एकमात्र ऐसा अध्याय है जो श्रीराम के भक्त हनुमान की विजय का कांड है. इंडिया न्यूज शो भारत पर्व में आध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा बताते हैं कि सुंदरकांड के पाठ से व्यक्ति को मानसिक शक्ति प्राप्त होती है.