नई दिल्ली. लड़कियों की बेहतर मुहिम को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले बीबीपुर गांव वाकई लड़कियों की आजादी और अस्तित्व को लेकर फिक्रमंद है. यह वही गांव हैं जिसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने ‘सेल्फी विद डॉटर्स’ अभियान की शुरुआत की थी और उन्हें अपने विरोधियों से भी बड़ा समर्थन मिला था. दहेज प्रथा बंद […]
नई दिल्ली. लड़कियों की बेहतर मुहिम को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले बीबीपुर गांव वाकई लड़कियों की आजादी और अस्तित्व को लेकर फिक्रमंद है. यह वही गांव हैं जिसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने ‘सेल्फी विद डॉटर्स’ अभियान की शुरुआत की थी और उन्हें अपने विरोधियों से भी बड़ा समर्थन मिला था.
दहेज प्रथा बंद कीजिए, बीबीपुर गांव से सबक लीजिए
इंडिया न्यूज रिपोर्टर और एंकर चित्रा त्रिपाठी ने हरियाणा के बीबीपुर गांव का जायजा लिया जो ‘सेल्फी विद डॉटर्स’ के बाद ‘सेल्फी टु स्टॉप डाउरी’ अभियान को लेकर चर्चित है. अगर आप इस गांव का चप्पा-चप्पा छान मारे तो यहां बेटियों को लेकर कितनी जागरुकता है, इसका सबूत आपको मिल जाएगा. इस गांव का हर घर देश की बेटियों के लिए कुछ कहता है.
‘सेल्फ़ी टू स्टॉप डाउरी’ अभियान
बीबीपुर गांव के सरपंच ने अब नए अभियान ‘सेल्फ़ी टू स्टॉप डाउरी’ शुरु की है. इसके तहत उन्होंने उन सांसदों, विधायकों, डॉक्टरों, लव मैरिज करने वालों से सेल्फी मांगी है जिन्होंने बिना दहेज के शादी की है. ऐसे दंपत्तियों को 26 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा.