नई दिल्ली. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपने सियासी करियर में इतने सक्रिय पहले कभी नहीं रहे, जितना वे 2015 में नजर आ रहे हैं. किसानों का मुद्दा उठाने वाले राहुल ने अब जवानों की मांग पूरा कराने का बीड़ा उठा लिया है.
नई दिल्ली. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपने सियासी करियर में इतने सक्रिय पहले कभी नहीं रहे, जितना वे 2015 में नजर आ रहे हैं. किसानों का मुद्दा उठाने वाले राहुल ने अब जवानों की मांग पूरा कराने का बीड़ा उठाया है. इसीलिए उन्होंने पूर्व सैनिकों और शहीदों की विधवाओं से मुलाकात की और वन रैंक वन पेंशन योजना के वादे पर मोदी सरकार को घेरा.
राहुल का सीधा आरोप है कि जवानों से किया गया वादा दरअसल मोदी सरकार का एक और छलावा है. अब बीच बहस का बड़ा सवाल ये है कि ये मांग तो तीन दशक पुरानी है, फिर राहुल ने अपने यूपीए वन और टू के कार्यकाल में इस मांग को पूरा क्यों नहीं कराया ? राहुल को भूतपूर्व सैनिकों की याद अब क्यों आई ?