दिल्ली जैसे आपा-धापी वाले महानगर में आप सरकार से क्या उम्मीद करते हैं ? यही ना कि सरकारी योजनाएं ऐसी हों, जो आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को आसान बनाएं, जिंदगी की आपा-धापी को कम करें. लेकिन कुछ योजनाएं ऐसी बनी जिनसे जिंदगी आसान होने की बजाय और मुश्किल हो गई. ऐसी योजनाओं की लिस्ट में सबसे ऊपर है BRT यानि बस रैपिड ट्रांज़िट कॉरिडोर तैयार होने के 8 साल बाद आज से इसे तोड़े जाने की शुरुआत हो गई है. करीब डेढ़ महीने में इसे पूरा ढहा दिया जाएगा.
नई दिल्ली. दिल्ली जैसे आपा-धापी वाले महानगर में आप सरकार से क्या उम्मीद करते हैं ? यही ना कि सरकारी योजनाएं ऐसी हों, जो आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को आसान बनाएं, जिंदगी की आपा-धापी को कम करें.
लेकिन कुछ योजनाएं ऐसी बनी जिनसे जिंदगी आसान होने की बजाय और मुश्किल हो गई. ऐसी योजनाओं की लिस्ट में सबसे ऊपर है BRT यानि बस रैपिड ट्रांज़िट कॉरिडोर तैयार होने के 8 साल बाद आज से इसे तोड़े जाने की शुरुआत हो गई है. करीब डेढ़ महीने में इसे पूरा ढहा दिया जाएगा.
ये समझ पाना बेहद मुश्किल है कि सरकार ने जनता की कमाई ऐसी योजना में क्यों खपा दी जो लोगों को सहूलियत देने की बजाय सिरदर्द बन गई. बनाने में खर्च हुआ 150 करोड़, अब तोड़ने में खर्च होगा 12 करोड़. सवाल ये है कि इन 162 करोड़ की बर्बादी का जिम्मेदार कौन है ?