नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में इन दिनों भारी बारिश हो रही है. बारिश के कारण लोगों को गर्मी से राहत तो मिल रही है लेकिन सड़क पर गाड़ी चलाने वालों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मानसून के समय कार चलाने वालो के लिए सबसे बड़ी चुनौती कम विजिबिलिटी की […]
नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में इन दिनों भारी बारिश हो रही है. बारिश के कारण लोगों को गर्मी से राहत तो मिल रही है लेकिन सड़क पर गाड़ी चलाने वालों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मानसून के समय कार चलाने वालो के लिए सबसे बड़ी चुनौती कम विजिबिलिटी की होती है यानी बारिश के कारण सड़क पर विजिबिलिटी कम हो जाने से एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, नमी की वजह से कार के शीशों में फॉग जम जाती है. इस वजह से सामने कुछ भी साफ दिखाई नहीं दे पाता है.
इस समस्या से निपटने के लिए कार में एक स्पेशल फंक्शन होता है जो इस स्थिति में काफी मददगार हो सकता है। बारिश के मौसम में वातावरण में नमी होती है। जब बाहर का तापमान कम होता है और कार के अंदर का तापमान गर्म रहता है. तो कार की अंदरूनी हवा विंडस्क्रीन से टकराकर ठंडी हो जाती है और पानी की बूंदों में बदल जाती है। यही बूंदें धुंध के रूप में शीशों पर जम जाती हैं, जिससे विजिबिलिटी कम जाती है।
इस समस्या से निपटने के लिए कार के एयर कंडीशनर (एसी) का उपयोग किया जा सकता है। जब विंडस्क्रीन पर धुंध जमा हो जाए और विजिबिलिटी कम हो तो एसी को चालू करें। ध्यान दें कि एसी को रिसर्क्युलेशन मोड में न रखें बल्कि फ्रेश एयर मोड पर सेट करें। इससे बाहर की ठंडी हवा कार के अंदर आएगी और कार के अंदर का तापमान बाहर के तापमान के बराबर हो जाएगा जिससे धुंध हटने लगेगी।
बारिश के मौसम में कार के अंदर हीटर चलाना धुंध को और बढ़ा सकता है. हीटर से कार के अंदर की गर्मी बढ़ेगी और नमी भी बढ़ जाएगी। इसलिए जब भी कार के शीशों पर फॉग जमा हो, तो हीटर की बजाय एसी का इस्तेमाल करें और उसे मीडियम कूलिंग टेम्प्रेचर पर चलाएं। इससे आपको ड्राइविंग के दौरान बेहतर विजिबिलिटी मिलेगी।
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