नई दिल्ली: टाटा मोटर्स (Tata Motors) देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कंपनी है। इसके अलावा Hyundai और Kia सहित कई ब्रांड इस सेगमेंट में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं। चीन की दिग्गज इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी Build Your Dreams (BYD) ने भारत में एंट्री कर ली है। कंपनी फिलहाल […]
नई दिल्ली: टाटा मोटर्स (Tata Motors) देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कंपनी है। इसके अलावा Hyundai और Kia सहित कई ब्रांड इस सेगमेंट में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं। चीन की दिग्गज इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी Build Your Dreams (BYD) ने भारत में एंट्री कर ली है। कंपनी फिलहाल दो कारें बेचती है। इसके अलावा हाल ही के ऑटो एक्सपो 2023 में कंपनी ने अपनी सील इलेक्ट्रिक सेडान सील इलेक्ट्रिक सेडान (BYD Seal EV) पेश की। ख़ासियत यह है कि यह गाड़ी 700 किमी की रेंज, 522 एचपी की शक्ति और 670 एनएम के टार्क के साथ आती है।
आपको बता दें, कंपनी ने वादा किया था कि वह इसे 2023 की चौथी तिमाही में भारत लाने की योजना बना रही है और ऐसा लग रहा है कि सब कुछ पटरी पर है। कंपनी ने सील इलेक्ट्रिक सेडान (BYD Seal EV) को भारत में अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर लिस्ट किया है। यह कार महज 3.8 सेकंड में 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार को छू सकती है। भारत में इसका मुकाबला Hyundai Ioniq 5 और Kia Ev6 जैसी गाड़ियों से हो सकता है।
आपको बता दें, यह संभवतः दो बैटरी साइज में पेश किया जाएगा, एक 61.4kWh पर और बड़ा 82.5kWh पर। छोटी बैटरी में 204hp का सिंगल मोटर कॉन्फ़िगरेशन होगा। यह 550 किमी की रेंज पेश करेगी। जबकि बड़ी बैटरी 700km तक की रेंज देगी। इसमें BYD की ब्लेड बैटरी तकनीक होगी, जिससे बैटरी में आग लगने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
ऐसा कहा जाता है कि “माउंट एवरेस्ट” नेल पेनिट्रेशन टेस्ट पास करने वाली यह एकमात्र इलेक्ट्रिक बैटरी है। BYD ने अनुमानित कीमत का खुलासा नहीं किया। यह अभी भी लाइनअप में BYD एक्ट 3 से ज्यादा महँगा होगा। इस गाड़ी का मुकाबला जिन गाड़ियों से होगा, उनकी कीमत 45 लाख रुपये से 60 लाख रुपये के बीच है।
ऑटो एक्सपो के दौरान कई तरह की कारों को प्रदर्शित और लॉन्च भी किया गया लेकिन छोटी कारों या कहें 5 लाख तक की कारों का कहीं ज़िक्र नहीं हुआ। इसके पीछे मुख्य कारण महंगाई को माना जा रहा है। जो व्यक्ति पहले टू व्हीलर खरीदने का सपना देखता था और वह अब खुद को महंगाई के बोझ तले पाता है और उसकी बाइंग कैपेसिटी समाप्त हो जाती है। कारोबारी भी इसे अपना रहे हैं और उनका पूरा ध्यान केवल महँगी गाड़ियों पर है। इसका सीधा सा उदाहरण मारुति की सेल को देखकर देखा जा सकता है। अगर दिसंबर 2021 की सेल से तुलना करें तो 2022 में 40 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी।