नई दिल्ली। पॉपुलर कार निर्माता कंपनियों में गिनी जाने वाली Audi के बारे में तो आप सब जानते ही होंगे। लेकिन आपने कभी ऑडी कार के लोगो में चार जुड़ी हुई रिंग्स के बारे में सोचा है कि आखिर इसका क्या मतलब है? अगर नहीं तो आज हम आपको इसके पीछे की पूरी कहानी बताते […]
नई दिल्ली। पॉपुलर कार निर्माता कंपनियों में गिनी जाने वाली Audi के बारे में तो आप सब जानते ही होंगे। लेकिन आपने कभी ऑडी कार के लोगो में चार जुड़ी हुई रिंग्स के बारे में सोचा है कि आखिर इसका क्या मतलब है? अगर नहीं तो आज हम आपको इसके पीछे की पूरी कहानी बताते हैं।
दरअसल, Audi के लोगो में दिखाई देने वाली 4 रिंग्स अलग-अलग वाहन निर्माता कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती हैं। इस यूनियन में 4 कंपनियां शामिल थीं। जानकारी के अनुसार, 29 जून 1932 को Auto Union AG बनाने के लिए स्टेट बैंक ऑफ सैक्सोनी की पहल पर ऑडीवेर्के, होर्चवेर्के और जस्चोपाउर मोटरेनवेर्के जे.एस. रासमुसेन एजी (डीकेडब्ल्यू) का विलय हुआ था। जिसके बाद ऑटो यूनियन एजी जर्मनी में दूसरी सबसे बड़ी मोटर वाहन निर्माता बन गई थी। कंपनी के प्रतीक में चार इंटरलॉकिंग रिंग शामिल थे, जिसका उद्देश्य चार संस्थापक कंपनियों की अविभाज्य एकता का प्रतीक बताया जाता है।
वहीं द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, ऑटो यूनियन ने कारों, मोटरसाइकिलों और वैन का उत्पादन किया। लेकिन 1950 के दशक के मध्य में इसे वित्तीय और श्रम परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। ऑटो यूनियन को 1958 में डेमलर-बेंज ने खरीदा और 1964 में वोक्सवैगन को बेच दिया। इसके बाद, VW के अधिग्रहण के तुरंत बाद, ऑटो यूनियन ने ऑडी नाम से कारों की बिक्री शुरू कर दी। 1969 में इसने एक अन्य कार निर्माता, एनएसयू का अधिग्रहण कर लिया। कंपनी तब ऑडी एनएसयू ऑटो यूनियन एजी बन गई। इसी के बाद VW Group द्वारा अपनी इस प्रीमियम कार निर्माता को Audi का नाम देते हुए लोगो को भी काफी सरल कर दिया गया।
टाटा मोटर्स की घोषणा, 1 फरवरी से महंगी हो जाएंगी कारें