Tesla: नई दिल्ली. Tesla: आज विश्व की कई बड़ी कंपनियों में भारतीय उच्च पदों पर अपने कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं. चाहें गूगल हो या ट्विटर और अब इस श्रेणी में एक और नाम भारतीय मूल के अशोक इल्लुस्वामी का है. Tesla में पहले भारतीय अशोक के चर्चा में होने का कारण एलन मस्क […]
नई दिल्ली. Tesla: आज विश्व की कई बड़ी कंपनियों में भारतीय उच्च पदों पर अपने कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं. चाहें गूगल हो या ट्विटर और अब इस श्रेणी में एक और नाम भारतीय मूल के अशोक इल्लुस्वामी का है.
अशोक के चर्चा में होने का कारण एलन मस्क के द्वारा पिछले दिनों दिया गया उनका इंटरव्यू है. आपको बता दें की एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं जिनकी कंपनी टेस्ला आज पूरे विश्व में धूम मचा रही है. उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में अशोक का ज़िक्र करते हुए बताया कि कैसे वह ऑटो कंपनी टेस्ला में नौकरी पाने वाले पहले भारतीय मूल के व्यक्ति हैं जो आज सॉफ्टवेयर डिवीज़न को लीड कर रहे हैं.
अपने इंटरव्यू में एलन मस्क ने बताया की आंद्रेज AI के डायरेक्टर है और वहीँ अशोक ऑटोपायलट के हेड हैं अक्सर उन्हें और आंद्रेज को लोग अधिक श्रेय देते है पर AI की टीम में विश्व के काफी टैलेंटेड लोग शामिल हैं.
आपको बता दें की अशोक ने आज से आठ साल पहले 2014 में टेस्ला के साथ अपने करियर की शुरआत की थी जहां उन्होंने टेस्ला का ऑटोपायलट डिवीज़न ज्वाइन किया. उन्हें पहली पद्दोन्नति जून 2016 में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में मिली जिसके महज़ एक वर्ष बाद 2017 में वह सीनियर स्टाफ सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनाए गए. मई 2019 से वह सॉफ्टवेयर यूनिट को लीड कर रहे हैं. उन्हें अपने काम के बलबूते लगातार पदोन्नति मिलती गई और वह आज सॉफ्टवेयर डिवीज़न को लीड कर हैं.
अशोक चेन्नई के College Of Enginerring Guindy से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की डिग्री ले चुके है जिसके बाद उन्होंने Carnegie Mellon University में रोबोटिक्स सिस्टम डेवलपमेंट सब्जेक्ट में मास्टर्स की पढाई पूरी की टेस्ला में शामिल होने से पहले अशोक फॉक्सवैगन और WABCO व्हीकल कंट्रोल सिस्टम्स का हिस्सा थें.