नई दिल्ली: कोई भी इंसान नई गाड़ी खरीदने से पहले अपनी पुरजोर कोशिश करता है कि उसे गाड़ी बेहद किफायती दाम में मिल जाए. लेकिन हर बार लोगों की यह ख्वाइश पूरी नहीं हो पाती। ऐसा इसलिए क्योंकि गाड़ी पर लगाए जाने वाले तमाम तरह के चार्जेस के चलते इसकी एक्स-शोरूम कीमत में कई लाख […]
नई दिल्ली: कोई भी इंसान नई गाड़ी खरीदने से पहले अपनी पुरजोर कोशिश करता है कि उसे गाड़ी बेहद किफायती दाम में मिल जाए. लेकिन हर बार लोगों की यह ख्वाइश पूरी नहीं हो पाती। ऐसा इसलिए क्योंकि गाड़ी पर लगाए जाने वाले तमाम तरह के चार्जेस के चलते इसकी एक्स-शोरूम कीमत में कई लाख रुपये का इजाफा हो जाता है.
ऐसे में आलम ये होता है कि लोग नई गाड़ी लेने से कतराते हैं. लेकिन अब अगर आप पुरानी गाड़ी की ओर रुख करेंगे तो ऐसे में उसकी मेंटेनेंस कॉस्ट भी काफी ज्यादा होती है. लेकिन इनख़बर के इस ऑटो सेगमेंट में हम आपको कुछ ऐसे तरिकों के बारे में बताने वाले हैं जिससे आप एक महंगी गाड़ी को भी सस्ते में खरीद सकते हैं. आइये आपको इस बार में अच्छे से समझाते हैं:
सबसे पहले आप एजेंट से एक पेपर पर पूरी कीमत की गणित को समझें. यह जानने की कोशिश करें कि गाड़ी की एक्स शोरूम कीमत पर किस तरह के चार्जेस लगाए गए हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ चार्ज ऐसे भी लगा दिए जाते हैं जिन्हें आप चाहें तो कीमत में कटौती करवा सकते हैं.
सबसे पहले आप मोल-भाव करने का हुनर तेज कर लें. चाहे चीज सस्ती हो या महँगी, मोल-भाव करना बेहद जरूरी है. साथ ही आपको बता दें, अगर शोरूम मैनेजर चाहे तो आपको थोड़ा-बहुत ऑफर दिला ही सकता है. इसके साथ ही बहुत बार भी कंपनियां गाड़ियों पर डिस्काउंट ऑफर करती हैं. इस बारे में अमूमन लोगों को जानकारी नहीं होती हैं.
बहुत बार कार एजेंट आपको एक्सेसरीज के नाम फालतू की चीजें भी बेच देता है जो जरूरी भी नहीं होती है. इन चीजों के दाम वाकई बहुत होते हैं. ऐसे में अगर आपको कोई एक्सेसरीज चाहिए तो आप कोशिश करें कि उसे बाहर बाजार से खरीद कर लगाएं.