नई दिल्ली: गर्मियां आते ही पूरे देश में गाड़ियों में आग लगने की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। महिंद्रा के बेस्ट मॉडल महिंद्रा एक्सयूवी 700 (Mahindra XUV 700) में कल जयपुर में आग लगने की घटना सामने आई, जिसमें बीच सड़क पर SUV में आग लग गई और देखते ही देखते यह आग […]
नई दिल्ली: गर्मियां आते ही पूरे देश में गाड़ियों में आग लगने की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। महिंद्रा के बेस्ट मॉडल महिंद्रा एक्सयूवी 700 (Mahindra XUV 700) में कल जयपुर में आग लगने की घटना सामने आई, जिसमें बीच सड़क पर SUV में आग लग गई और देखते ही देखते यह आग के गोले में तब्दील हो गई। हालांकि अच्छी बात यह रही कि कार में बैठे लोग समय रहते बाहर निकल गए, जिससे उनकी जान बच सकी।
ऐसे कई मामले हैं जहां चलती गाड़ियों में आग लगने की घटनाएं देखी गई हैं। किसी गाड़ी में आग लगने के पीछे कई वजह हो सकती हैं, जैसे फ्यूल का लीक होना, शॉर्ट सर्किट या बैटरी आदि। लेकिन चलती गाड़ी में इंजन के ज्यादा गर्म होना आम है, जिसे समय रहते नहीं रोका गया तो चलती गाड़ी में आग भी लग सकती है। इनख़बर के इस ब्लॉग में आज हम आपको कुछ ऐसे ही खास टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप आने वाले समय में किसी भी खतरनाक हादसे से बच सकते हैं।
➨ इंजन गर्म क्यों होता है?
इंजन के ज़्यादा गरम होने या ज़्यादा गरम होने की कई सारी वजह होती हैं। आम तौर पर, कूलिंग सिस्टम में दिक्क्त होने की वजह से ज़्यादातर गाड़ियां गरम हो जाती हैं। गर्मी के दिनों में रुक-रुक कर चलता ट्रैफिक ऐसा होता है जो कूलिंग सिस्टम पर दबाव डालता है। इसके लिए आपको कुछ जरूरी बातों पर ध्यान देना होगा। तो आइए जानते हैं कि गाड़ी चलाते समय अगर आपकी कार का इंजन गर्म हो जाए तो क्या करें।
➨ इंजन के गर्म होने के संकेत
• गाड़ी के फ्रंट बोनट या उसके नीचे से भाप या धुआं निकलना।
• डैशबोर्ड या ड्राइवर कंसोल में टेम्पेरेचर का बढ़ना।
• इंजन का तापमान गेज “H” तक बढ़ जाना या गेज के रेड अलर्ट में चले जाना।
• गाड़ी के सामने से निकली हुई अजीब या जलने की बदबू, खास तौर से हुड के पास।
• कूलेंट के लीकेज से उठने वाली बदबू।
1)- गाड़ी का हीटर चालू करें
2)- अपनी गाड़ी का इंजन बंद करें
3)- कुछ देर इंतज़ार इंतजार करें
4)- कूलेंट का इस्तेमाल करे
5)- गाड़ी को ठंडा होने दे
Disclaimer : ओवरहीटिंग से बचने के लिए यहां दिए गए टीप्स बुनियादी और टेम्परेरी हैं, हालांकि, यदि इंजन ज़्यादा गरम हो जाता है, तो आपको मैकेनिक से कांटेक्ट करना चाहिए और अगर जरूरी हो तो गाड़ी की टेस्टिंग और मरम्मत करवानी चाहिए।