Advertisement
  • होम
  • ऑटो
  • Google Maps: गूगल ने लाइफ सेविंग सैटेलाइट कनेक्टिविटी का नया फीचर बीटा वर्जन किया लॉन्च

Google Maps: गूगल ने लाइफ सेविंग सैटेलाइट कनेक्टिविटी का नया फीचर बीटा वर्जन किया लॉन्च

नई दिल्ली: दुनियाभर में टेक्नोलॉजी कंपनियों के बीच नई टेक्नोलॉजी पेश करने की होड़ लगी हुई है. इसी बीच गूगल ने अपने मैपिंग ऐप गूगल मैप्स में एक कमाल का फीचर पेश किया है. बता दें कि नई सुविधा से सैटेलाइट कनेक्टिविटी में सुधार होगा, ख़बरों की माने तो गूगल मैप्स सैटेलाइट कनेक्टिविटी फीचर का […]

Advertisement
Google Maps
  • April 20, 2024 8:01 am Asia/KolkataIST, Updated 8 months ago

नई दिल्ली: दुनियाभर में टेक्नोलॉजी कंपनियों के बीच नई टेक्नोलॉजी पेश करने की होड़ लगी हुई है. इसी बीच गूगल ने अपने मैपिंग ऐप गूगल मैप्स में एक कमाल का फीचर पेश किया है. बता दें कि नई सुविधा से सैटेलाइट कनेक्टिविटी में सुधार होगा, ख़बरों की माने तो गूगल मैप्स सैटेलाइट कनेक्टिविटी फीचर का इस्तेमाल तब किया जा सकता है जब डिवाइस में सेल्युलर नेटवर्क या वाई-फाई न हो.

Google मैप्स सैटेलाइट कनेक्टिविटी

Google Maps to use satellites if you can't connect to a network, according to new report | Mashable

satellites

Google मैप्स सैटेलाइट कनेक्टिविटी केवल बीटा वर्जन 11.125 में उपलब्ध है. इस अपडेट की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यूजर्स अब अपनी लोकेशन की जानकारी गूगल मैप्स पर ही शेयर कर सकते हैं. ये सुविधा दूरदराज या खराब कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में भी बहुत उपयोगी हो सकती है. ख़बरों के मुताबिक यूजर्स जल्द ही इस अपडेट का फायदा उठा पाएंगे, और ये नया फीचर यूजर्स को दिन में केवल 5 बार हर 15 मिनट में गूगल मैप्स के जरिए अपनी लोकेशन शेयर करने की सुविधा देगा, यहां पर आपको बता दें कि ये सेल्युलर नेटवर्क की कमी वाले क्षेत्रों में अपनी लोकेशन की जानकारी साझा करने का वैकल्पिक मार्ग होगा .

रोलआउट होने की आधिकारिक जानकारी नहीं दी

बता दें कि गूगल ने अभी तक इसके रोलआउट होने की आधिकारिक जानकारी नहीं दी है, इसके साथ ही ये भी नहीं बताया है कि इसे कब तक एंड्रॉयड डिवाइस के साथ जोड़ा जाएगा, और गूगल मैप्स में सैटेलाइट कनेक्टिविटी किसी भी आपात स्थिति में काफी उपयोगी साबित हो सकता है. इस फीचर की मदद से यूजर्स आसानी से संचार की सेवाओं को जारी रख पाएंगे, ऐसे में इस फीचर को लाइफ सेविंग फीचर कहा जा सकता है.

also read

Loksabha Election: 1625 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद, पहले चरण में हुए इतने प्रतिशत मतदान

Advertisement