नई दिल्ली : चैटजीपीटी जैसे एआई टूल उपकरण व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं. बता दें कि कुछ लोग इनका उपयोग नोट्स बनाने के लिए कर रहे है तो कई डाइट प्लान बना रहा है. दरअसल ChatGPT का सबसे ज्यादा इस्तेमाल कस्टमर सपोर्ट में हो रहा है. साथ ही चैटजीपीटी का उपयोग मुख्य रूप […]
नई दिल्ली : चैटजीपीटी जैसे एआई टूल उपकरण व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं. बता दें कि कुछ लोग इनका उपयोग नोट्स बनाने के लिए कर रहे है तो कई डाइट प्लान बना रहा है. दरअसल ChatGPT का सबसे ज्यादा इस्तेमाल कस्टमर सपोर्ट में हो रहा है. साथ ही चैटजीपीटी का उपयोग मुख्य रूप से ग्राहक सहायता के लिए किया जाता है, लेकिन कुछ लोग इतने चतुर होते हैं कि वो अपनी शिकायतों पर चैटजीपीटी से सलाह भी लेते हैं. आज कल लोग अपनी बीमारी ChatGPT को बता रहे हैं और फिर उसके द्वारा सुझाए गए सुझाव के आधार पर दवाई ले रहे हैं, लेकिन ये आपकी सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है, कुछ विशेषज्ञ इसके प्रति चेतावनी देते हैं.
लॉन्ग आइलैंड यूनिवर्सिटी में फार्मासिस्टों द्वारा किए गए एक हालिया अध्ययन के बाद दवा से संबंधित सवालों के जवाब देने के लिए चैटजीपीटी का उपयोग जांच के दायरे में आ गया है. बता दें कि फार्मासिस्टों के एक अध्ययन में पाया गया कि चैटजीपीटी चैटबॉट ने दवाओं के बारे में लगभग तीन-चौथाई सवालों के गलत या अधूरे उत्तर दिए है. चैटजीपीटी टेस्ट में स्वास्थ्य संबंधी 39 प्रश्न पूछे गए, जिनमें से केवल 10 का संतोषजनक उत्तर दिया गया है. दवा के उपयोग से संबंधित शेष 29 प्रतिक्रियाओं को गलत और अधूरा माना गया है. हालांकि रिसर्च के बाद कहा गया है कि ChatGPT का फ्री वर्जन और भी खतरनाक है क्योंकि इसकी जानकारी सिर्फ सितंबर 2021 तक ही उपलब्ध है.
बता दें कि चैटजीपीटी ने एक सवाल के जवाब में कहा है कि फाइजर के पैक्सलोविड और रक्तचाप कम करने वाली दवा वेरापामिल को साथ इस्तेमाल करने में कोई परेशानी नहीं है, जबकि सच्चाई ये है कि इन दोनों दवा को एक साथ लेने पर ब्लड प्रेशर काफी कम हो सकता है और इससे रोगियों के लिए संभावित जोखिम पैदा हो सकता है.