नई दिल्ली। देश में सबसे ज्यादा मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों को पसंद किया जाता है। लेकिन कई बार लापरवाही के साथ कार चलाने से मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों को नुकसान होता है। आइए जानते हैं उन चार प्रमुख कारणों(Car Care Tips) के बारे में जिन से मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों में समस्या आती है। कार […]
नई दिल्ली। देश में सबसे ज्यादा मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों को पसंद किया जाता है। लेकिन कई बार लापरवाही के साथ कार चलाने से मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों को नुकसान होता है। आइए जानते हैं उन चार प्रमुख कारणों(Car Care Tips) के बारे में जिन से मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों में समस्या आती है।
कभी भी कार को गलत गियर में नहीं चलाना चाहिए (Car Care Tips)। कुछ लोग पहले गियर में ही कार को काफी समय तक दौड़ाते हैं, जिसकी वजह से इंजन और ट्रांसमिशन की उम्र कम हो जाती है। इस लिए सबसे पहले गियर को सिर्फ कार उठाने के लिए इस्तेमाल करना चाहिए और बाद में समय-समय पर गियर बदलना चाहिए।
मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों को ड्राइव करते समय खुद गियर बदलने होते हैं। ऐसे में अगर लंबे सफर पर कार को लगातार निचले गियर में चलाया जाता है तो इंजन और ट्रांसमिशन पर खराब असर पड़ता है। साथ ही उस समय कार को ताकत देने के लिए इंजन को ज्यादा ईंधन की जरुरत पड़ती है। ऐसे में ज्यादा तेल खर्च होता है और एवरेज भी कम मिलता है।
कई बार कार चलाते समय कुछ लोगों को आदत होती है कि उनका बायां पैर हमेशा क्लच पैडल पर ही रहता है। बता दें कि ऐसा करने से आराम कम और नुकसान ज्यादा होता है। इसलिए कभी भी क्लच पैडल पर पैर रखकर गाड़ी ने चलाएं क्योंकि ऐसा करने से कार की क्लच प्लेट खराब होने का खतरा ज्यादा होता है। अगर एक बार सफर के बीच यह खराब हो जाए तो कार को हिलाना भी हो सकता है।
कुछ लोगों की आदत होती है कि वो कार चलाते समय गियर लीवर पर हाथ रखते हैं। गियर बदलते समय स्थिर रहने वाला सिलेक्टर फॉर्क रोटेटिंग कॉलर की ओर दब जाता है और कॉलर गियर को उस पोजिशन में ले आता है जिसमें कार को चलाना चाहते हैं। गियर लीवर पर हाथ रखकर चलाने से सिलेक्टर फॉर्क में नुकसान हो सकता है। साथ ही चलती कार में गियर बदलने का खतरा भी हो जाता है।
ये भी पढ़ें – ऐसी 6 एयरबैग वाली कारें जिनकी कीमत है 10 लाख रुपये से भी कम