नई दिल्ली। अक्सर काफी बड़ी तादात में लोग रात के समय अपनी कार(Car Care Tips) से सफर करते हैं। लेकिन रात में सफर करना काफी रिस्की भी होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि, रात के समय लाइट को एक खास मोड पर सेट करने से हादसे बढ़ जाते हैं। आइए जानते हैं किस खास सेटिंग से […]
नई दिल्ली। अक्सर काफी बड़ी तादात में लोग रात के समय अपनी कार(Car Care Tips) से सफर करते हैं। लेकिन रात में सफर करना काफी रिस्की भी होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि, रात के समय लाइट को एक खास मोड पर सेट करने से हादसे बढ़ जाते हैं। आइए जानते हैं किस खास सेटिंग से हादसे बढ़ते हैं। साथ ही ये भी जानेंगे कि रात के समय लाइट्स को किस तरह सेट करना चाहिए।
कई बार ऐसा देखा जाता है कि लोग रात में कार चलाते समय हेडलाइट्स को हाई बीम पर सेट कर देते हैं। ऐसा करने से हादसा होने का खतरा बना रहता है। असल में इस लाइट मोड को सेट करने से आपको सड़क पर बेहतर लाइट मिलती है। जिससे विजिबिलिटी भी बेहतर होती है। लेकिन इसकी वजह से सामने से आने वाली गाड़ियों को दिक्कतें आती हैं।
रात के समय रोड पर चलने वाली कारें, बस और ट्रक के ज्यादातर ड्राइवर अपने वाहन को हाई बीम लाइट पर सेट करके चलाते हैं। हाई बीम लाइटों की वजह से सामने से आने वाले वाहनों के ड्राइवरों की आंखों पर असर होता है और उनकी आंखें चौंधिया (चमक जाना) जाती हैं। इससे कई बार ड्राइवर अपना कंट्रोल खो देता है और बड़ा हादसा हो जाता है। डॉक्टर्स के अनुसार, 45-50 साल की उम्र के व्यक्तियों की आंखों में मोतिया बनना शुरू हो जाता है। ऐसे में अगर व्यक्ति की आंखों में तेज लाइट पड़ेगी तो हादसा होने की संभावना बढ़ जाती है।
भारत में प्रतिवर्ष लाखों सड़क हादसे होते हैं। जिसमें काफी बड़ी संख्या में लोगों की जान चली जाती है। साथ ही कई लोग गंभीर रूप से घायल होते हैं। हाई बीम लाइट पर गाड़ी चलाना भी इन हादसों का बड़ा कारण देखा गया है।
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