नई दिल्ली: बेंगलुरु देश का सबसे बड़ा ईवी चार्जिंग हब बनकर उभरा है, जहां इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के लिए सबसे ज्यादा संख्या में स्टेशन स्थापित किए गए हैं। हाल ही में जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, बेंगलुरु में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन की संख्या बाकी शहरों की तुलना में सबसे अधिक है, जिससे […]
नई दिल्ली: बेंगलुरु देश का सबसे बड़ा ईवी चार्जिंग हब बनकर उभरा है, जहां इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के लिए सबसे ज्यादा संख्या में स्टेशन स्थापित किए गए हैं। हाल ही में जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, बेंगलुरु में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन की संख्या बाकी शहरों की तुलना में सबसे अधिक है, जिससे यह शहर ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर में एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। बता दें, इलेक्ट्रिक ऑटो मोबाइल इंडस्ट्री में बढ़ते निवेश और जागरूकता के चलते बेंगलुरु तेजी से ईवी चार्जिंग हब के रूप में विकसित हुआ है।
विशेषज्ञों का मानना है कि शहर की टेक्नोलॉजी-फ्रेंडली अप्रोच और पर्यावरण के प्रति जागरूक नागरिकों ने ईवी अपनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ, चार्जिंग स्टेशनों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है। इसके अलावा कर्नाटक सरकार की ईवी फ्रेंडली प्लान्स और सब्सिडी योजनाओं ने भी इस क्षेत्र में अहम भूमिका निभाई है।
चार्जिंग स्टेशनों की यह बढ़ती संख्या न केवल ईवी के ओनर्स के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह पर्यावरणीय प्रदूषण को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम भी है। इससे शहर की सड़कों पर पेट्रोल और डीजल वाहनों की निर्भरता में कमी आई है और ईवी वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा मिला है। केंद्र और राज्य सरकारें भी ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं। सरकार ने सार्वजनिक स्थलों, मॉल, और व्यावसायिक क्षेत्रों में चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए कई नई योजनाएं शुरू की हैं। इससे लोगों को चार्जिंग स्टेशन ढूंढने में आसानी हो रही है और ईवी चलाने वालो की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
ईवी इंडस्ट्री से जुड़े जानकारों का कहना है कि बेंगलुरु की सक्सेस बाकी शहरों के लिए भी एक प्रेरणा है। इस मॉडल को अपनाकर बाकी शहर भी अपने ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बना सकते हैं। वहीं आने वाले समय में ईवी की बढ़ती मांग को देखते हुए, बेंगलुरु में चार्जिंग स्टेशनों की संख्या में और भी इजाफा होने की उम्मीद है, जिससे यह शहर देश का सबसे प्रमुख ईवी हब बना रहेगा।
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