नई दिल्ली: अपनी गाड़ी या बाइक के लिए इंश्योरेंस लेना जितना जरूरी है, उतना ही मुश्किल एक अच्छी इंश्योरेंस कंपनी को चुनना है. ऐसा इसलिए हैं, क्योंकि मौजूदा समय में बाजार में कंपनियों की भरमार है. ऐसे में इंश्योरेंस कंपनियां ग्राहकों को अलग-अलग लाभ वाले इंश्योरेंस प्लान ऑफर करती हैं. ऐसे में कई बार हम […]
नई दिल्ली: अपनी गाड़ी या बाइक के लिए इंश्योरेंस लेना जितना जरूरी है, उतना ही मुश्किल एक अच्छी इंश्योरेंस कंपनी को चुनना है. ऐसा इसलिए हैं, क्योंकि मौजूदा समय में बाजार में कंपनियों की भरमार है. ऐसे में इंश्योरेंस कंपनियां ग्राहकों को अलग-अलग लाभ वाले इंश्योरेंस प्लान ऑफर करती हैं. ऐसे में कई बार हम अपनी पुरानी इंश्योंरेंस कंपनी को बदलने के बारे में भी सोचने लगते हैं. अपनी गाड़ी के लिए इंश्योंरेंस कंपनी बदलते समय आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा. आइए आपको वो सभी बाते बताते हैं जो इंश्योंरेंस कंपनी बदलने समय आपका काम आएंगी.
सबसे पहले पुरानी और नई, दोनों इंश्योंरेंस की कंपनियों में मिलने वाली कवरेज की एक दूसरे से तुलना करें. अगर नई कंपनी कवरेज के मामले में पुरानी से बेहतर साबित नहीं होती है, तब ऐसे में आपका इंश्योरेंस पॉलिसी बदलने का कोई फायदा नहीं.
इंश्योंरेंस पॉलिसी में बताई गई पेनल्टी को आप ध्यान से पढ़ें. अगर नई इंश्योंरेंस कंपनी में पुरानी से ज्यादा पेनल्टी क्लॉज हैं, तो अपनी मौजूदा बीमा कंपनी के साथ बने रहना आपके लिए सबसे अच्छा है.
ऐसा कई बार देखा गया है कि जब मौजूदा कंपनी को ये पता लगता है कि आप कंपनी बदल रहे हैं तो वह आपको अच्छी डील देने की कोशिश करेंगे. ऐसे में आओ उन बेनिफिट्स के बारे में इंश्योंरेंस कंपनी को बताएं जो नई कंपनी में आपको ऑफर किए जा रहे हैं.
अगर आप नई इंश्योंरेंस कंपनी में जाने का फैसला कर ही चुके हैं तो आप थोड़ा ध्यान दें और सिर्फ कम प्रीमियम और एक्सटेंडेड कवरेज को देखकर ज्यादा खुश न हों. उस इंश्योंरेंस कंपनी की विश्वसनीयता और कस्टमर रेटिंग भी आप जरूर चेक करें.