नई दिल्ली: Maruti Swift Sales: जनवरी में बिकने वाली टॉप 10 कारों में 7 मॉडल मारुति सुजुकी (Maruti Swift) के हैं। आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि भारतीय कार बाजार में मारुति सुजुकी का कितना दबदबा है और कितने लोग इस पर भरोसा करते हैं। लेकिन पिछले एक महीने में एक लोकप्रिय सेडान […]
नई दिल्ली: Maruti Swift Sales: जनवरी में बिकने वाली टॉप 10 कारों में 7 मॉडल मारुति सुजुकी (Maruti Swift) के हैं। आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि भारतीय कार बाजार में मारुति सुजुकी का कितना दबदबा है और कितने लोग इस पर भरोसा करते हैं। लेकिन पिछले एक महीने में एक लोकप्रिय सेडान की बिक्री में भी गिरावट आई है। मारुति स्विफ्ट की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है। स्विफ्ट की बिक्री साल-दर-साल घट रही है।
आपको बता दें,जनवरी 2023 में बिक्री के मामले में तीसरे नंबर पर मारुति स्विफ्ट (Maruti Swift) रही। कंपनी ने कुल 16,440 यूनिट्स की बिक्री की जबकि जनवरी 2022 में 19,108 यूनिट्स की बिक्री हुई। यानी साल-दर-साल उनकी बिक्री की तादाद घटती जा रही है। इसकी बिक्री में करीब 14 फीसदी की गिरावट देखी गई। हालाँकि, स्विफ्ट के बारे में अच्छी बात यह है कि इतनी गिरावट के बावजूद यह बाकि 10 कारों में तीसरे स्थान पर रही।
सबसे ज्यादा बिकने वाली 10 कारें
मारुति ऑल्टो (21,411 यूनिट्स) जनवरी 2023 में बेस्ट सेलर रही। इसके बाद मारुति वैगनआर (20,466 यूनिट्स), मारुति स्विफ्ट (16,440 यूनिट्स), मारुति बलेनो (16,357 यूनिट्स), टाटा नेक्सन (15,567 यूनिट्स), हुंडई क्रेटा (15,037 यूनिट्स) रही। यूनिट्स), मारुति ब्रेजा (14,359 यूनिट्स), टाटा पंच (12,006 यूनिट्स), मारुति ईको (11,709 यूनिट्स) और मारुति डिजायर (11,317 यूनिट्स) की बिक्री हुई।
गौरतलब है कि मारुति सुजुकी अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को और मजबूत करने के लिए लगातार कोशिशें कर रही है। हाल ही में ऑटो एक्सपो 2023 में, मारुति सुजुकी ने दो नए उत्पाद पेश किए, जो मारुति फ्रैंक्स और मारुति जिम्नी हैं। इन्हें जल्द ही भारती के कार बाजार में पेश किया जाएगा। इन गाड़ियों की बुकिंग भी शुरू हो चुकी है।
ऑटो एक्सपो के दौरान कई तरह की कारों को प्रदर्शित और लॉन्च भी किया गया लेकिन छोटी कारों या कहें 5 लाख तक की कारों का कहीं ज़िक्र नहीं हुआ। इसके पीछे मुख्य कारण महंगाई को माना जा रहा है। जो व्यक्ति पहले टू व्हीलर खरीदने का सपना देखता था और वह अब खुद को महंगाई के बोझ तले पाता है और उसकी बाइंग कैपेसिटी समाप्त हो जाती है। कारोबारी भी इसे अपना रहे हैं और उनका पूरा ध्यान केवल महँगी गाड़ियों पर है। इसका सीधा सा उदाहरण मारुति की सेल को देखकर देखा जा सकता है। अगर दिसंबर 2021 की सेल से तुलना करें तो 2022 में 40 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी।