नई दिल्ली। गूगल (Google) के द्वारा, ड्राइवरों का ध्यान भटकाने को कम करने और सड़क पर सेफ्टी बढ़ाने के लिए, एंड्रॉइड ऑटो (Android Auto AI) में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को इंटीग्रेट करने की योजना का खुलासा किया गया है। इसी साल, टेक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी कुछ नए फीचर्स को रोल आउट करने के लिए तैयार […]
नई दिल्ली। गूगल (Google) के द्वारा, ड्राइवरों का ध्यान भटकाने को कम करने और सड़क पर सेफ्टी बढ़ाने के लिए, एंड्रॉइड ऑटो (Android Auto AI) में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को इंटीग्रेट करने की योजना का खुलासा किया गया है। इसी साल, टेक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी कुछ नए फीचर्स को रोल आउट करने के लिए तैयार है। इसमें सबसे ज्यादा फोकस ड्राइवरों द्वारा स्क्रीन देखने के समय को कम करने पर किया गया है।
दरअसल, इस एंड्रॉइड ऑटो(Android Auto AI) में एक लंबे मैसेज या चैट की बातचीत को सारांशित (समराईज) करने की क्षमता है। ये यूजर्स को एक सारांश उपलब्ध कराती है जिसे वे चलते-फिरते भी सुन सकते हैं। इसके अलावा, AI प्रतिक्रियाओं का सुझाव देगा और एक हैंड्स-फ्री, सुव्यवस्थित इंटरेक्शन एक्सपीरियंस देगा। यह सिस्टम, मैसेज में रिफरेंस भी जोड़ेगी। जैसे किसी दोस्त द्वारा उनके संभावित पहुंचने के समय (ETA) के बारे में पूछने पर गूगल मैप्स डेटा के आधार पर यूजर के पहुंचने के समय का भी अनुमान लगा सकता है।
वहीं Ford Mustang Mach-E और F-150, आने वाले समय में Lightning पर शुरू होने वाली हैं। जो Android Auto के साथ कंपैटिबल इलेक्ट्रिक वाहनों को गूगल मैप्स के साथ रियल टाइम में बैटरी साझा करने की अनुमति देगा। जिससे यूजर्स को उनके गंतव्य पर पहुंचने पर उनके अनुमानित बैटरी लेवल जैसी अहम जानकारियों के बारे में पता चल सकेगा। इसके अलावा, सिस्टम रूट के साथ ऑप्टिम चार्जिंग स्टॉप का सुझाव देगा और वाहन की विशिष्ट विशेषताओं के आधार पर चार्जिंग प्रक्रिया में कितना समय लगेगा, इसका अनुमान भी बताएगा।
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