नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हमारे जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है। यही नहीं AI ने हमारे स्मार्टफोन और कंप्यूटर सिस्टम से लेकर मुश्किल एल्गोरिदम तक को चलाने की जिम्मेदारी ले ली है। इसका एक उदाहरण भी सामने आया है। दरअसल, यूके से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें ये देखा जा सकता है […]
नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हमारे जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है। यही नहीं AI ने हमारे स्मार्टफोन और कंप्यूटर सिस्टम से लेकर मुश्किल एल्गोरिदम तक को चलाने की जिम्मेदारी ले ली है। इसका एक उदाहरण भी सामने आया है। दरअसल, यूके से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें ये देखा जा सकता है कि एक लोकल काउंटी ने अपनी गड्ढों से भरी सड़कों की मरम्मत करने के लिए एआई तकनीक का इस्तेमाल किया है। यूके में हर्टफोर्डशायर काउंटी काउंसिल ने अपने अधिकार क्षेत्र में सड़कों को और बेहतर बनाने के लिए रोबोटि 3डी टेक कंपनी से एक नया रोबोट लॉन्च किया।
WATCH: World's first pothole preventing robot passes first test with flying colours on the roads of Hertfordshire. Developed with @robotiz3d, @LivUni and @Herts_Highways engineers, it could revolutionise the way potholes are dealt with in the future.https://t.co/Fqn9Wg7qEj pic.twitter.com/aqrJAZBi0x
— Hertfordshire County Council (@hertscc) March 7, 2024
दरअसल, इस रोबोट को ARRES (ऑटोनॉमस रोड रिपेयर सिस्टम) नाम दिया गया है। साथ ही इसे रोबोटि 3डी के साथ मिलकर लिवरपूल यूनिवर्सिटी के द्वारा डेवलप किया गया है। बता दें कि ARRES रोबोट AI की सहायता से सड़क पर गड्ढे और अन्य दिक्कतों का पता लगाता है और उन्हें सही कर देता है।
बता दें कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) द्वारा 2023 में नागपुर में सड़क सुरक्षा के लिए प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग (iRASTE) AI-पावर्ड प्रोजेक्ट के जरिए सड़क सुरक्षा के लिए बेहतरीन समाधान लागू किया गया है। जिसका लक्ष्य सड़क सुरक्षा में 50 प्रतिशत तक की गिरावट हासिल करना है। हालांकि, जब AI का उपयोग करके गड्ढों को ठीक करने की बात है तो ARRES रोबोट एकमात्र समाधान के रूप में सामने आता है। ऐसे में ये उम्मीद की जा रही है कि भारत इस तकनीक को अपनाने और गड्ढों की पहचान करने के अलावा एक बेहतर तकनीक को बनाने का प्रयास करेगा।