नई दिल्ली : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके वीडियो बनाने वाले प्लेटफ़ॉर्म Justbaat.AI ने हाल ही में वीडियो प्रकाशन के संबंध में Google की नीति में बदलाव के बावजूद एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. बता दें कि Google ने 1 अप्रैल को नई नीति की घोषणा की है. इससे ऐड सेंस, ऐड मॉब और ऐड […]
नई दिल्ली : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके वीडियो बनाने वाले प्लेटफ़ॉर्म Justbaat.AI ने हाल ही में वीडियो प्रकाशन के संबंध में Google की नीति में बदलाव के बावजूद एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. बता दें कि Google ने 1 अप्रैल को नई नीति की घोषणा की है. इससे ऐड सेंस, ऐड मॉब और ऐड मैनेजर जैसे कई प्लेटफॉर्म से जुड़ी वीडियो इन्वेंट्री मुद्रीकरण रणनीतियों में बदलाव आया है. इसके बाद से वीडियो कंटेंट और उनके बीच विज्ञापन के स्थान से जुड़ी प्रक्रियाओं का व्यापक आकलन करने की जरूरत पैदा हुई है.
आउटस्ट्रीम एड रेवेन्यू में संभावित गिरावट को ध्यान में रखते हुए जस्ट बात डॉट एआई ने इनस्ट्रीम रेवेन्यू में बढ़ोत्तरी की अपार संभावनाओं पर जोर दिया है. जस्ट बात नई तकनीक के साथ डिजिटल परिवेश से जुड़ी जरूरतों को पूरा कर रहा है. आधुनिक एआई तकनीक के साथ जस्ट बात उन डिजिटल प्रकाशकों को प्लग एंड प्ले सॉल्यूशन देता है, जो अपनी वीडियो मॉनेटाइजेशन नीतियों को आगे बढ़ाना चाहते हैं. जस्ट बात द्वारा विकसित टूल के जरिए प्रकाशकों को स्टूडियो की गुणवत्ता वाले इनस्ट्रीम वीडियो बनाने का अवसर मिलता है. इसे गूगल की संशोधित वीडियो पब्लिशर नीति के अनुरूप ही बनाया गया है. दरअसल अलग तरह से बनाए जाने वाले इन वीडिया के जरिए अधिकतम एंगेजमेंट और रीटेंशन और असाधारण मु्द्रीकरण अवसरों को सुनिश्चित किया जा सकता है.
डिजिटल उद्योग जगत में चल रही अनिश्चतताओं के बीच प्रकाशकों को मजबूती देने का काम Justbaat.AI करता है. हम अचानक आए किसी भी संकट को आमदनी के अवसर में बदल लेने का द्वारा हैं. हर दिन बदले डिजिटल के दौर में आगे रहने के लिए हमारे पास ऐसे आधुनिक टूल हैं, जिनसे इनस्ट्रीम मॉनेटाइजेशन को मजबूती मिलती है.
CTET 2024: आज आखिरी दिन जुलाई सत्र की सीटेट परीक्षा के लिए पंजीकरण, जल्द करें आवेदन