ACMA: FY 2023-24 में ऑटो कंपोनेंट उद्योग में 9.8% हुई वृद्धि

नई दिल्ली: भारत के ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ACMA) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारत के ऑटोमोटिव कंपोनेंट उद्योग के कारोबार में 9.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ACMA की अध्यक्ष और सुब्रोस की CMD श्रद्धा सूरी मारवाह ने कहा कि वाहन उत्पादन में वृद्धि […]

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ACMA: FY 2023-24 में ऑटो कंपोनेंट उद्योग में 9.8% हुई वृद्धि

Yashika Jandwani

  • July 28, 2024 8:36 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: भारत के ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ACMA) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारत के ऑटोमोटिव कंपोनेंट उद्योग के कारोबार में 9.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ACMA की अध्यक्ष और सुब्रोस की CMD श्रद्धा सूरी मारवाह ने कहा कि वाहन उत्पादन में वृद्धि और कंपोनेंट क्षेत्र में हाई वैल्यू एडिशन ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

ऑटो कंपोनेंट उद्योग

मारवाह ने यह भी बताया कि जीओपलिटिकल चुनौतियों और लॉजिस्टिक्स की बढ़ी हुई लागत के बावजूद, ऑटो कंपोनेंट निर्यात में वृद्धि देखने को मिली है, हालांकि वित्त वर्ष 2024 में कुल व्यापारिक निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में खराब मौसम और चुनावों के कारण वाहनों की बिक्री में ज्यादा नहीं लेकिन धीमा विकास देखने को मिला।

ACMA ने बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भारत के ऑटो कंपोनेंट विनिर्माण उद्योग का कारोबार 6.14 लाख करोड़ रुपये (74.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर) रहा। भविष्य में भी इस उद्योग के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।

यूरोप का 33 प्रतिशत योगदान

ACMA की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय बाजार में OEM ऑटो कंपोनेंट की बिक्री ₹5.18 लाख करोड़ रही, जो पिछले साल की तुलना में 8.9 प्रतिशत अधिक है। इस विकास का श्रेय खपत में वृद्धि, स्थानीयकरण पर जोर और प्रबल वाहनों की बढ़ती मांग को जाता है। इस कारण साल 2023-24 में गाड़ियों के निर्यात में 5.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जिसमें उत्तरी अमेरिका 32 प्रतिशत, यूरोप का 33 प्रतिशत और एशिया का 24 प्रतिशत योगदान रहा।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि सबसे ज्यादा निर्यात वस्तुओं में ड्राइव ट्रांसमिशन और स्टीयरिंग, इंजन घटक, बॉडी और चेसिस, सस्पेंशन और ब्रेकिंग सिस्टम शामिल थे।

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