नई दिल्ली : डिजायन के मामले में भले ही जीप कंपास और रेनेगेड एसयूवी एक-दूसरे से अलग हों, लेकिन कई मामलों में ये एक जैसी हैं, मसलन इन दोनों का अगला और पिछला हिस्सा काफी मिलता-जुलता है, इनके इंजन भी थोड़े बदलावों के अलावा एक-जैसे ही हैं. जीप कंपास को सिटी एसयूवी के तौर पर प्रोजेक्ट किया गया है, वहीं रेनेगेड ऑफ-रोड एसयूवी है. कंपास के बाद जीप इसे भारत में उतार सकती है.
दोनों एसयूवी एक ही प्लेटफार्म पर बनी है और इन में इंजन भी एक-जैसे लगे हैं. बात करें भारत की तो यहां कंपास में 1.4 लीटर का पेट्रोल इंजन, 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ मिलेगा। यही इंजन और गियरबॉक्स अमेरिका में उपलब्ध रेनेगेड में भी दिया गया है. जीप कंपास प्रीमियम अर्बन एसयूवी है, जिसे मुख्यतौर पर सिटी ड्राइविंग को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है. वहीं रेनेगेड ऑफ-रोडिंग के लिहाज़ से तैयार की गई एसयूवी है. सबसे बड़ा अंतर इनके डिजायन में देखने को मिलेगा, कंपास थोड़ी मॉर्डन एसयूवी लगती है, जबकि रेनेगेड में पारंपरिक जीप की छवि ज्यादा दिखती है.
कंपास का व्हीलबेस ज्यादा बड़ा है, इस वजह से केबिन में अच्छी जगह मिलती है और तेज रफ्तार में भी यह स्थिर बनी रहती है. जीप कंपास को फिएट क्राइस्लर के रंजनगांव स्थित प्लांट में तैयार किया जाएगा और यहां से राइट-हैंड-ड्राइव कंपास को विदेशों में भी एक्सपोर्ट किया जाएगा. इसी प्लांट में आने वाले समय में रेनेगेड एसयूवी को भी तैयार किया जाएगा.
जीप सबसे पहले यहां कंपास एसयूवी को लॉन्च करेगी. कंपास की बिक्री को रफ्तार देने के लिए जीप सबसे पहले भारत में अपने सेल्स और सर्विस नेटवर्क को बढ़ाने पर ध्यान देगी, इसके बाद दूसरी एसयूवी को यहां उतारने पर विचार करेगी. अगर रेनेगेड की कीमत यहां कंपास से कम और रेनो डस्टर और हुंडई क्रेटा के मुकाबले थोड़ी ऊपर रहती है तो यह कंपनी की योजना के मुताबिक एकदम सही कदम रहेगा. हालांकि इसके लिए कंपास की लॉन्चिंग का इंतज़ार करना होगा, अगर कंपास आक्रामक कीमत पर आती है तो फिर रेनेगेड के लिए भारतीय बाज़ार में राहें ज्यादा आसान हो जाएंगी. यहां रेनेगेड को साल 2018 में उतारा जा सकता है.
कद-काठी के मोर्चे पर डस्टर और क्रेटा के मुकाबले में जीप रेनेगेड
कारें जीप रेनेगेड हुंडई क्रेटा रेनो डस्टर
लम्बाई 4231 एमएम 4270 एमएम 4315 एमएम
चौड़ाई 2022 एमएम 1780 एमएम 1822 एमएम
व्हीलबेस 2570 एमएम 2590 एमएम 2673 एमएम