नई दिल्ली: फोर्ड इस महीने के अंत में फीगो और एस्पायर के स्पोर्ट्स वेरिएंट लॉन्च करेगी. स्पोर्टी बनाने के लिए इन के डिजायन में बदलाव हुए हैं.
यूरोप में कंपनी ने इन कारों के व्हाइट और ब्लैक एडिशन पेश किए हैं, यहां फीगो को का प्लस (Ka+) और ब्राज़ील में का (Ka) नाम से जाना जाता है. लीक हुई तस्वीरों के मुताबिक फीगो का स्पोर्ट्स वेरिएंट फोर्ड का प्लस के व्हाइट एडिशन से मिलता-जुलता है. यहां हम बात करेंगे फीगो और एस्पायर के स्पोर्ट्स वर्जन से लग रही उम्मीदों और स्पेसिफिकेशन की…
ये बदलाव आएंगे नज़र
- ब्राजील मॉडल में नई मैश ग्रिल दी गई है, हालांकि इस में मौजूदा मॉडल की तरह क्रोम फिनिशिंग नहीं दी गई है. ग्रिल के दोनों ओर स्मोक्ड हैडलैंप्स दिए गए हैं.
- का प्लस व्हाइट एडिशन की तरह इन में भी 15 इंच के नए ब्लैक अलॉय व्हील और 195/55 आर15 साइज के टायर आ सकते हैं. मौजूदा फीगो में 14 इंच के व्हील दिए गए हैं.
- ऊंचाई में बदलाव नहीं होगा, यह मौजूदा मॉडल की तरह 174 एमएम ऊंची होंगी, जबकि यूरोपियन वेरिएंट की ऊंचाई इन से 10 एमएम कम है.
- रूफ और आउटसाइड रियर व्यू मिरर पर ब्लैक फिनिशिंग दी गई है.
- साइड और पीछे वाले बम्पर पर बॉडी डिकेल्स दिए गए हैं.
- दोनों कारों का केबिन मौजूदा मॉडल जैसा होगा. मौजूदा फीगो की तरह एस्पायर का केबिन भी ऑल-ब्लैक लेआउट में आ सकता है. इन में नई अपहोल्स्ट्री के साथ स्पोर्ट्स बैजिंग जैसे मामूली बदलाव भी हो सकते हैं.
- संभावना है कि इन में मौजूदा मॉडल वाला सिंक ऑडियो सिस्टम आ सकता है. ब्राजील में उपलब्ध का में 6.0 इंच के टचस्क्रीन का विकल्प भी रखा गया है, भारत में भी यह विकल्प दिया जा सकता है.
दोनों कारों में पहले वाले दो पेट्रोल और एक डीज़ल इंजन मिलेंगे. पेट्रोल में पहला है 1.2 लीटर का इंजन, इसकी पावर 88 पीएस और टॉर्क 112 एनएम है, यह इंजन 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से जुड़ा है. दूसरा 1.5 लीटर का इंजन है, इसकी पावर 111 पीएस और टॉर्क 136 एनएम है. यह इंजन 6-स्पीड ड्यूल-क्लच ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से लैस है. डीज़ल इंजन में 1.5 लीटर का इंजन आएगा, ये 100 पीएस की पावर और 215 एनएम का टॉर्क देगा, यह भी 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से ही जुड़ा होगा.
चर्चाएं हैं कि स्पोर्ट्स वेरिएंट में 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन नहीं मिलेगा. कहा जा रहा है कि कंपनी ने फीगो स्पोर्ट्स वेरिएंट के सस्पेंशन सेटअप में भी बदलाव किया है. यूरोप को एक्सपोर्ट होने वाली का प्लस (Ka+) को भारत में तैयार किया जाता है, और इनके सस्पेंशन की सेटिंग, भारत में उपलब्ध फीगो से अलग होती है.