नई दिल्ली: एक ऐसा भी दौर था जब भारत में एम्बेसडर कार रुतबे और रसूख का पर्याय माना जाता था. लेकिन अब यही एम्बेसडर कार का ब्रांड 80 करोड़ की कीमत पर बिक गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक सीके बिड़ला ग्रुप के मालिकाना हक वाली हिंदुस्तान मोटर्स ने फ्रांसीसी कंपनी पूजो के साथ सौदा किया है. एक जमाना था जब यह ब्रांड सत्ता के गलियारे में अपनी पहचान रखता था. तब भारत में सरकारी लोगों की ये पसंदीदा कार हुआ करती थी. लेकिन 2014 के बाद इसका उत्पादन बंद कर दिया गया.
बेस्ट सेलर
ब्रिटिश मॉरिस ऑक्सफोर्ड की तर्ज पर बनी एम्बेसडर कारें भारत में तीन दशकों तक बेस्ट सेलर रही हैं. इन कारों को अपने खास इंटीरियर स्पेस और सस्पेंशन सिस्टम के लिए जाना जाता है.
शुरुआत
भारत में एम्बेसडर ब्रैंड को सात दशक पहले लॉन्च किया गया था. जल्द ही इस कार ने भारत में अपनी एक पहचान भी बना ली. 1980 के दशक तक मारुति के आने से पहले यह भारतीय कार बाजार की बेताज बादशाह थी.
अंत
1980 के दशक के मध्य में हर साल जहां 24000 एम्बेसडर बिकती थीं. वहीं 2013-14 में यह संख्या घटकर सिर्फ 2500 यूनिट तक आ गई. जिसके बाद 2014 में हिन्दुस्तान मोटर्स की उत्तरपारा प्लांट में इसका उत्पादन बंद कर दिया गया. यह प्लांट जापान की टोयटा कंपनी के बाद एशिया का दूसरा सबसे पुराना कार बनाने वाला प्लांट था.