नई दिल्ली: दुनिया की सबसे तेज़ रफ्तार वाली कारों में शुमार रही हेनेसी वेनम जीटी कार जल्द ही बंद होने वाली है. साल 2010 में अमेरिकी कंपनी हेनेसी परफॉर्मेंस इंजीनियरिंग ने इस कार को उतारा था. यह लोटस एक्जिग पर बनी थी.
हेनेसी वेनम जीटी की टॉप स्पीड 435 किलोमीटर प्रति घंटा है और 0 से 300 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पाने में इसे महज़ 13.61 सेकंड लगते हैं. इसी वजह से साल 2013 में इस ने गिनीज़ बुक में भी अपनी जगह बनाई.
वेनम जीटी आम कार नहीं है, यह इतनी दुर्लभ किस्म की कार है कि छह साल के प्रोडक्शन के दौरान कंपनी ने सिर्फ 12 ही कारें तैयार करीं, इन में एक तो प्रोटोटाइप मॉडल ही था. 12 में से छह मॉडल हार्डटॉप थे और बाकी छह रोडस्टर मॉडल थे.
वेनम जीटी को विदाई देने के लिए कंपनी आखिरी कार बना रही है, इसे फाइनल एडिशन नाम दिया गया है. इसे ब्लू शेड और व्हाइट स्ट्राइप्स में पेश किया जाएगा. इस में 7.0 लीटर का स्टैंडर्ड ट्विन टर्बो वी-8 इंजन लगा होगा, इसकी पावर 1451 बीएचपी (1471 पीएस) होगी. दिलचस्प बात ये है कि इस आखिरी कार को भी अब कोई नहीं खरीद सकता, ये पहले ही 8.17 करोड़ रूपए (1.2 मिलियन डॉलर) में बिक चुकी है.
अपने प्रोडक्शन के छह सालों में वेनम जीटी की ताकत में जोरदार इजाफा हुआ. शुरू में इसकी ताकत 1000 बीएचपी थी, जो 1451 बीएचपी तक पहुंची. इस कार का वजन महज़ 1245 किलोग्राम है. कंपनी के फाउंडर और सीईओ जॉन हेनेसी के मुताबिक वेनम जीटी की जगह लेने वाली वेनम एफ5 को इस साल के अंत तक पेश किया जाएगा.