नई दिल्ली : फाइटर जेट Tu-154 और Shaanxi Y-8 से पूरी दुनिया दहशत में है. ये लड़ाकू विमान चीन के हैं. इन दोनों विमानों में इतने परमाणु बम भरे हैं जिनसे दुनिया का बड़ा हिस्सा ख़त्म हो सकता है. कई छोटे देश का नामोनिशान मिट सकता है और अचानक हुए इस हवाई हंगामे के पीछे जो शख्स है वो आज की तारीख में दुनिया के सबसे ताकतवर देश का घोषित राष्ट्रपति है.
अंदेशा और आशंका तो पहले से था लेकिन शुरूआत इतनी जल्द हो जाएगी ये किसी ने नहीं सोचा था. डोनाल्ड ट्रंप जिन्हें अमेरिका में 45 वें राष्ट्रपति की शपथ लेना अभी बाकी है. उनके आने की धमक से ही पूरी दुनिया के समीकरण में उथल-पुथल हो गया है. ट्रंप के आने से दुनिया की बड़ी आबादी, हिन्दुस्तान के भी लाखों-करोड़ों लोग, पूरा पाकिस्तान, चीन, रूस, सीरिया, बगदादी सब के सब इससे प्रभावित होने वाले हैं.
कहा जा रहा है कि किसी की नौकरी जाएगी, किसी की जान जाएगी, किसी की दादागीरी ख़त्म होगी, कोई गद्दी छोड़कर भागेगा. मतलब अंजाम अगर आगाज के करीब भी रहा तो दुनिया का नक्शा भी बदल सकता है. तीसरे वैश्विक युद्ध का खतरा हो सकता है. दुनिया की राजनीति-कूटनीति- और शक्ति संतुलन का तराजू पलट सकता है.
हम जिस फाइटर जेट के बारे में आपको बताने जा रहे हैं उसमें चीन के परमाणु बम के साथ ड्रैगन का गुस्सा भरा हुआ है. बीते शुक्रवार को ये दोनों लड़ाकू विमान दो और टोही जेट के साथ ताइवान के आसमान के ऊपर मंडरा रहे थे. ये दोनों लड़ाकू जहाज चीन की वायुसेना की बड़ी ताकत हैं, जो परमाणु हमला करने में सक्षम हैं. जो टोही जहाज थे वो भी कमजोर नहीं इसमें एक J-10 और दूसरा सुखोई-30.
वीडियो में इंडिया न्यूज के मैनजिंग एडिटर राणा यशवंत के साथ देखिए फाइटर जेट Tu-154 और Shaanxi Y-8 की पूरी कहानी