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अर्ध सत्य: दिल्ली CM केजरीवाल के कथनी और करनी के बीच का अंतर क्या है ?

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार और उनकी आम आदमी पार्टी (AAP) जो कुछ भी कहते करते रहे हैं और अपने कहने करने के पीछे जो दलीले देते रहे हैं, सच वही है या कुछ और भी है. जिसका सच से करीबी वास्ता है, लेकिव वो सच आप और हम समझ नहीं पा रहे.

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  • September 11, 2016 12:28 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार और उनकी आम आदमी पार्टी (AAP) जो कुछ भी कहते करते रहे हैं और अपने कहने करने के पीछे जो दलीले देते रहे हैं, सच वही है या कुछ और भी है. जिसका सच से करीबी वास्ता है, लेकिव वो सच आप और हम समझ नहीं पा रहे. अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी इस देश में विकल्प की राजनीति के तौर पर, साफ-सुथरी राजनीति के तौर पर समर्थन में आए और सत्ता पाए.
 
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अरविंद केजरीवाल के दो ऐसे बयान हैं जिससे वो बाकी पार्टियों से अलग नहीं दिखते. पहला बयान उनका उस वक्त का है जब केजरीवाल ने दिल्ली की कुर्सी संभाली थी और दूसरा बयान उनका पंजाब की कुर्सी के लिए लड़ते वक्त का है. ये केजरीवाल का पहला बयान है जो उन्होंने दिल्ली की कुर्सी संभालते वक्त दिया था. उन्होंने कहा था कि AAP के कुछ लोग कह रहे हैं कि दिल्ली जीता अब देश के दूसरे राज्यों को भी जीतेंगे. ये ठीक नहीं है. इसमें मुझे थोड़ा-थोड़ा अंहकार नजर आ रहा है. 
 
CM केजरीवाल ने आगे कहा कि अहंकार मत करना, वरना वही हाल होगा, जो कांग्रेस का हुआ. बीजेपी का हुआ. जनता से कांग्रेस को अहंकार की वजह से ही दिल्ली से उखाड़ फेंका. अहंकार के कारण ही बीजेपी का लोकसभा चुनाव के बाद दिल्ली में यह हश्र हुआ. केजरीवाल ने कहा, ‘दिल्ली की जनता ने मुझ पर विश्वास किया है, मैं पांच साल तक दिल्ली में रहकर केवल दिल्ली की जनता की सेवा करुंगा और अपनी जिम्मेदारी के तन-मन-धन से पूरा करुंगा.’
 
विरोधि‍यों में अरविंद केजरीवाल के बारे में यह बात बड़ी मशहूर है कि वह एक जिम्मेदारी मिलते ही अगली के लिए पहली को छोड़ देते हैं. अब हम आपको केजरीवाल का दूसरा बयान बताते हैं, जो उन्होंने आगामी पंजाब चुनाव के वक्त पंजाब में दिया है. उन्होंने कहा है, ‘अब मैं यहां आ गया हूं, यंही खूंटा गाड़ के बैठूंगा. मैं दोनों बादलों को जेल भिजवाकर ही दम लूंगा. दो-चार दिन बीच-बीच में दिल्ली जाएंगे लेकिन बादलों को जेल भिजवाकर ही पंजाब छोड़ेंगे.’
 
पंजाब में AAP कह रही है कि जब हम पंजाब की सत्ता में आएंगे तो शराब और नशा को बिल्कुल बंद करवा देंगे. यह बात आखिर क्यों मानी जाए, जबकि दिल्ली की सूरत ठीक इससे उलट है. दिल्ली में डेढ़ साल की आम आदमी पार्टी की सरकार में शराब के 399 नए लाइसेंस दिए गए और यह बात एक RTI के जरिए सामने आई यानि औसतन हर दिन शराब का एक ठेका दिल्ली में खुला. पिछले साल अप्रैल 2015 से 2016 तक एक्साइज ड्यूटी के नाम पर केजरीवाल सरकार ने 3162 करोड़ की कमाई  की है.
 
इस ताजा मुद्दे पर जानिए पूरा सच इंडिया न्यूज के मैनेजिंग एडिटर राणा यशवंत के साथ खास शो “अर्ध सत्य” में.   
 
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