धर्मगुरु ने उकसाया.. एक साथ 900 लोगों ने कर ली आत्महत्या
अंधविश्वास की दिल दहला देने वाली कहानी.. जब अमेरिका के गुयाना में एक साथ 900 लोगों ने कर ली थी आत्महत्या.
18 नवंबर 1978 को घटी इस घटना को अब तक की सबसे बड़ी आत्महत्या की घटनाओं में से एक माना जाता है.
दरअसल, इस घटना के पीछे जिम जोंस नामक एक धर्मगुरु का हाथ था. वो खुद को भगवान का अवतार बताता था.
जिम ने 'पीपल्स टेंपल' (लोगों का मंदिर) नाम का एक चर्च बनाया और अपनी धार्मिक बातों और अंधविश्वास के दम पर हजारों लोगों को अपना अनुयायी बनाया.
जिम जोंस के कम्युनिष्ट विचार अमेरिकी सरकार से अलग थे. इसलिए वो अपने अनुयायियों के साथ शहर से दूर गुयाना के जंगलों में चला गया और वहीं पर उसने एक छोटा सा गांव भी बसा दिया.
जिम जोंस का अंधविश्वास का जाल इतना फैल चुका था कि वो अपने अनुयायियों से कुछ भी कहता, तो लोग उसे मान लेते थे. इसी बीच अमेरिकी सरकार को वहां हो रही गतिविधियों के बारे में पता चला.
सरकार ने जिम जोंस पर कार्रवाई करने की सोची. लेकिन इसका पता जिम को भी चल गया और उसने सभी अनुयायियों को एक जगह इकट्ठा होने को कहा.
जिम ने लोगों से कहा कि अमेरिकी सरकार हम सबको मारने आ रही है. इससे पहले कि वो हमें गोलियों से छलनी करें, हमें पवित्र जल पी लेना चाहिए. ऐसा में हम गोलियों के दर्द से बच जाएंगे.
जोंस ने पहले ही एक बड़े से टब में खतरनाक जहर मिलाकर एक सॉफ्ट ड्रिंक बनवा लिया था और लोगों को पीने के लिए दे दिया. इस तरह एक अंधविश्वासी के चक्कर में पड़ 900 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी.