इन्टॉलरेंस बोलने पर किसी के पीछे पड़ जाना कैसा टॉलरेंस: फराह

असहिष्णुता वाले बयान पर विवादों में फंसे बॉलीवुड स्टार आमिर खान के बचाव में फिल्म निर्देशक फराह खान ने कहा है कि ये विचित्र बात है कि एक तरफ ये कहा जाए कि असहिष्णुता नहीं है और दूसरी तरफ ये कहा जाए कि किसी ने असहिष्णुता पर बोलने की हिमाकत कैसे कर दी.

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इन्टॉलरेंस बोलने पर किसी के पीछे पड़ जाना कैसा टॉलरेंस: फराह

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  • November 25, 2015 3:22 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
मुंबई. असहिष्णुता वाले बयान पर विवादों में फंसे बॉलीवुड स्टार आमिर खान के बचाव में फिल्म निर्देशक फराह खान ने कहा है कि ये विचित्र बात है कि एक तरफ ये कहा जाए कि असहिष्णुता नहीं है और दूसरी तरफ ये कहा जाए कि किसी ने असहिष्णुता पर बोलने की हिमाकत कैसे कर दी.
 
फराह ने कहा, ”हम कहते हैं कि देश में असहिष्णुता नहीं है. लेकिन किसी का कोई नजरिया है तो लोग उसके पीछे पड़ जाते हैं और उसे निशाना बनाते हैं. यही तो असहिष्णुता की परिभाषा है. ये तो विचित्र बात है कि एक तरफ हम ये कहें कि हम असहिष्णु नहीं हैं और दूसरी तरफ ये कहें कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई हमें असहिष्णु कहने की.”
 
”अच्छी बात है कि बहस हो रही है, बात रखने दिया जा रहा है”
आमिर खान के बयान के बाद उनके पक्ष और विपक्ष में बॉलीवुड से आ रही प्रतिक्रियाओं पर फराह ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इंडस्ट्री बंटी हुई है. पूरा देश बंटा हुआ है. ये अच्छी बात है कि बहस हो रही है और लोगों को अपनी बात रखने दिया जा रहा है. अवार्ड लौटाने को ऐसा करने का पूरा अधिकार है. महात्मा गांधी ने हमें सिखाया है कि शांतिपूर्ण और अहिंसक तरीके से विरोध कैसे किया जाए.”
 
 

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