क्या होती है हीट वेव और कैसे करते हैं इसकी पहचान

पूरे उत्‍तर भारत में लू या हीट वेव का कहर दिख रहा है। वेस्‍ट यूपी में मेरठ और आसपास के जिलों भी इससे प्रभावित हैं।

ऐसे यह जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर लू या हीट वेव क्‍या है और इससे इनदिनों कैसे बचा जाए।

मैदानी क्षेत्र में जब भी तापमान 40 डिग्री या उससे अधिक हो जाता है तब लू या हीट वेव का असर दिखने लगता है।

जब कभी मैदानी इलाकों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक और पहाड़ी क्षेत्रों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है.

तो लू चलने लगती है और यह स्‍वास्‍थ्‍य पर बुरा असर डालती है।

अत्यधिक गर्म मौसम की अवधि को हीट वेव कहते हैं। अक्‍सर पारा जब औसत से ऊपर चला जाता है तो भी लू चलने लगती है।

लू के लक्षण पहचानें

कमजोरी लगे तो सतर्क हो जाएं, सिर दर्द होना, उल्टी आनी महसूस होना, तेज पसीना और झटका जैसा अनुभव होना, चक्कर आए तो तुरंत चिकित्सकीय परामर्श ले, मांसपेशियों में ऐंठन और पसीना अधिक आना