नई दिल्लीः लगातार बढ़ते तापमान के बीच शनिवार से उत्तर पश्चिमी भारत में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। एक के बाद एक दो-दो पश्चिमी विक्षोभों और अरब सागर से उच्च नमी के आने से पहाड़ों और मैदानी दोनों ही इलाकों में मध्यम वर्षा होने की संभावना है। कई राज्यों में आंधी-तूफान की आशंका इसके […]
नई दिल्लीः लगातार बढ़ते तापमान के बीच शनिवार से उत्तर पश्चिमी भारत में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। एक के बाद एक दो-दो पश्चिमी विक्षोभों और अरब सागर से उच्च नमी के आने से पहाड़ों और मैदानी दोनों ही इलाकों में मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान एवं उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित केंद्र शासित प्रदेशों में भी शनिवार से सोमवार के बीच आंधी-तूफान आने, बिजली गिरने, ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया गया है।
दिल्ली में अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज होने की उम्मीद है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण राष्ट्रीय राजधानी में बारिश होगी और आसमान में बादल छाए रहेंगे। खास बात है कि दिल्ली में पिछले तीन दिनों से अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 21.7 डिग्री सेल्सियस मापा गया।
मौसम विभाग ने तेज हवाओं के कारण पेड़-पौधों और खड़ी फसलों को नुकसान होने तथा ओलावृष्टि के चलते खुले स्थानों पर इंसानों सहित जानवरों के भी चोटिल होने की चेतावनी जारी की है। यह भी कहा है कि तेज झोंकेदार हवाएं कमजोर भवनों, कच्चे घरों/दीवारों/ झोपड़ियों को आंशिक नुकसान पहुंचा सकती हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक किसानों को जल्द से जल्द पकी फसलों, फल- सब्जियों की कटाई करने और कटी हुई उपज को सुरक्षित स्थानों पर रखने या खेतों में कटी हुई फसल को तिरपाल से ढकने का सुझाव दिया गया है। साथ ही जम्मू-कश्मीर के किसानों को जल जमाव से बचने के लिए फसल के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने की भी सलाह भी दी है।
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