दुर्ग/नई दिल्ली। Durg Accident: छत्तसीगढ़ के दुर्ग जिले में मंगलवार यानी 9 अप्रैल को रात आठ बजे के़डिया के कर्मचारियों को लेकर कुम्हारी से भिलाई जा रही बस 50 फीट गहरी खदान में गिर गई। बस में 27 लोग सवार थे। इस हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है और अन्य […]
दुर्ग/नई दिल्ली। Durg Accident: छत्तसीगढ़ के दुर्ग जिले में मंगलवार यानी 9 अप्रैल को रात आठ बजे के़डिया के कर्मचारियों को लेकर कुम्हारी से भिलाई जा रही बस 50 फीट गहरी खदान में गिर गई। बस में 27 लोग सवार थे। इस हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है और अन्य लोग घायल हैं। बता दें कि मृतकों में चार महिलाएं भी शामिल हैं।
हल्की चोट वालों को प्राथमिक उपचार के लिए धमधा स्वास्थ्य केंद्र में भेजा गया है। वहीं गम्भीर रूप से घायल यात्रियों को रायपुर एम्स में भर्ती कराया गया है। इस घटना पर पीएम मोदी और सीएम साय ने दुख व्यक्त किया है। वहीं अब इस हादसे की वजह भी सामने आ गई है।
बता दें कि जहां पर ये हादसा हुआ है, उस जगह पर काफी अंधेरा रहता है। जुस वक्त ये हादसा हुआ, उस समय सड़क किनारे लगीं लाइटें तक नहीं जल रही थीं। बता दें कि इस रोड की चौड़ाई भी कम है। सड़क किनारे गहरी खदान है फिर भी यहां पर रेलिंग नहीं लगाई गई थी। ऐसे में रात के समय अंधेर में बस बेकाबू हो गई तथा सीधे खदान में जा गिरी। स्थानीय लोगों के मुताबिक, पहले भी यहां से जो वाहन गुजरते थे। उनके साथ भी हमेशा हादसे का डर बना रहता था। लोगों ने कहा कि यदि इस रास्ते को सही कर लिया जाता और सड़क का चौड़ीकरण हो जाता तो ऐसा भीषण हादसा नहीं होता।
दुर्ग में हुए बस हादसे पर शोक जताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिन्होंने अपने प्रियजन को खोया है उनके प्रति मेंरी संवेदनाएं है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। इसके अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा कि लोगों के हताहत होने की समचार से बहुत दुखी हूं। मैं घायलों हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।
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