नई दिल्ली: दिग्गज बिजनेसमैन एलन मस्क ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट जज से नाराज हैं और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. दरअसल ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट के जज एलेक्जांद्रे डे मोरेस पर ब्राजील में कई सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक करने और कई यूजर्स को सलाखों के पीछे डालने का आरोप है, उम्मीद किया […]
नई दिल्ली: दिग्गज बिजनेसमैन एलन मस्क ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट जज से नाराज हैं और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. दरअसल ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट के जज एलेक्जांद्रे डे मोरेस पर ब्राजील में कई सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक करने और कई यूजर्स को सलाखों के पीछे डालने का आरोप है, उम्मीद किया जा रहा है कि इन सोशल मीडिया अकाउंट्स ने ब्राजील सरकार के खिलाफ झूठी खबरें फैलाईं है और निलंबित किए गए कई अकाउंट्स ब्राजील के सोशल मीडिया इंफ्लुएंशर्स के हैं.
एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर सेंसरशिप के आरोपों को लेकर जज मोरेस पर हमला बोला, और उस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि ” ये जज मनमाने ढंग से ब्राजील के लोगों और संविधान के साथ विश्वासघात कर रहा है”. उन्हें या तो इस्तीफा दे देना चाहिए या उन पर महाभियोग चलाकर पद से हटा देना चाहिए’. बता दें कि मस्क ने एक अन्य पोस्ट में लिखा “इस जज ने हमारी कंपनी पर भारी जुर्माना लगाया, हमारे कई कर्मचारियों को गिरफ्तार करने की धमकी दी और कंपनी एक्स को ब्राजील में बंद करने की धमकी दी है.” हालांकि हम ब्राजील में अपनी सारी आय खो सकते हैं ब्राज़ील में अपना कार्यालय बंद करने के लिए, लेकिन बुनियादी बातें हमारे लिए लाभ से अधिक महत्वपूर्ण हैं.
बता दें कि एलेक्जांद्रे डे मोरेस ब्राजील में एक चर्चित नाम हैं. कुछ लोग उन्हें विवादित मानते हैं तो कुछ उन्हें लोकतंत्र का रक्षक करार देते हैं. हालांकि मोरेस, ब्राजील के सुपीरियर इलेक्टोरल ट्रिब्यूनल के मुख्य भी हैं. मोरेस के आलोचकों का आरोप है कि वो ब्राजील में बोलने की आजादी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. हाल के वर्षों में मोरेस ने सोशल मीडिया पर कई प्रमुख अकाउंट्स को बंद करने का आदेश दिया है.
आरोप है कि जिन अकाउंट्स को ब्लॉक किया गया है, उनमें से कई ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जेर बोलसोनारो के समर्थक बताए जाते हैं. साल 2023 में जेर बोलसोनारो को एलेक्जांद्रे डे मोरेस की अध्यक्षता वाले इलेक्टोरल ट्रिब्यूनल द्वारा ही राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य ठहराया गया था. बोलसोनारो के खिलाफ साल 2022 में राष्ट्रपति चुनाव में हार के बाद, उनके समर्थक ब्राजील की संसद में घुस गए थे.