बिहार: मामी के प्यार में पागल था भांजा, तीसरे की हुई इंट्री तो खोया आपा, कर डाला बड़ा कांड

पटना: मामी को दिल दे चुके भांजे को जब पता चला कि उसकी मामी को कोई दूसरा व्यक्ति परेशान कर रहा है तो भांजे ने कुछ ऐसा किया कि जिससे उसे और उसकी मामी दोनों को जेल की हवा खानी पड़ी. यह मामला बिहार के कैमूर जिले से जुड़ा है, जहां पुलिस ने ऑटो चालक […]

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बिहार: मामी के प्यार में पागल था भांजा, तीसरे की हुई इंट्री तो खोया आपा, कर डाला बड़ा कांड

Deonandan Mandal

  • April 1, 2024 5:03 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 months ago

पटना: मामी को दिल दे चुके भांजे को जब पता चला कि उसकी मामी को कोई दूसरा व्यक्ति परेशान कर रहा है तो भांजे ने कुछ ऐसा किया कि जिससे उसे और उसकी मामी दोनों को जेल की हवा खानी पड़ी. यह मामला बिहार के कैमूर जिले से जुड़ा है, जहां पुलिस ने ऑटो चालक हत्या के मामले का उजागर किया है. इस मामले में पुलिस को 8 माह के बाद सफलता मिली है. वहीं पुलिस ने आरोपी महिला सहित छह अभियुक्तों को अरेस्ट किया है।

पुलिस का कहना है कि प्रेम-प्रसंग में ही ऑटो चालक की हत्या की गई है. इस मामले में एसपी ललित मोहन शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि कि कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र में 8 माह पहले एक ऑटो चालक का शव बरामद हुआ था. हत्या के बाद शव को केवा रोड पर फेंका गया गया था. शव की पहचान कैमूर के चैनपुर थाना के बेतिया के रहने वाले शिवराम के रूप में हुई थी. शनिवार को कैमूर एसपी ललित मोहन शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि मानवीय एवं तकनीकी अनुसंधान के आधार पर इस घटना का खुलासा हो सका।

एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि संतोष कुमार और मंजू देवी का आपस में अवैध प्रेम प्रसंग था. दोनों मामी और भांजा हैं. मृतक शिवराम का भी मंजू देवी के साथ अवैध प्रेम प्रसंग था. जिसके बाद मामी और भांजा ने मिलकर शिवराम को अपने रास्ते से हटाने का एक नया प्लान बनाया. इसके लिए दोनों ने एक अपराधी को 25 हजार रुपए की सुपारी दी. इस अपराधी का नाम विपिन कुमार है जो अपने साथियों के साथ मिलकर टेंपो को देवर्जी खुर्द के लिए रिजर्व किया था।

ऑटो चालक शिवराम की हत्या रास्ते में ही कर दी गई. इस मामले में फरार चल रहे आरोपियों को अरेस्ट किया गया है. पूछताछ में सभी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि ये सभी लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे, लेकिन 6 माह बाद सभी की गिरफ्तारी हो गई. इसमें अमित कुमार, विपिन सिंह, गोलू कुमार, शिवराज कुमार, मंजू देवी और संतोष कुमार शामिल हैं।

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