Chanakya Niti:अगर आप बसाना चाहते है अपना घर, तो इन जगहों से बनाये दूरियां 

 आचार्य चाणक्य ने कहा हैं कि जहां पर लोक-लाज का भय नहीं होता है, ऐसी जगह पर भी घर नहीं बनाना चाहिए, वहीं जिस जगह सामाजिक भाव सबसे ऊपर होता है, वहां पर घर बसाना सबसे अच्छा माना जाता है.

आचार्य चाणक्य के मुताबिक उस देश को छोड़ देना ही बेहतर है जहां आपके साथ सम्मान का व्यवहार नहीं किया जाता है, जहां आपके पास न आजीविका है, न दोस्त और रिश्तेदार हैं और न ही ज्ञान या कौशल हासिल करने का कोई अवसर है.

चाणक्य नीति के अनुसार जिस देश के लोगों में दान देने की भावना ना हो ऐसे स्थान पर भी नहीं रहना चाहिए, क्योंकि दान देने से ना सिर्फ पुण्य की प्राप्ति होती है, बल्कि अंतरात्मा भी पवित्र होती है.

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को उस जगह पर रहना चाहिए, जहां व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए कानून न तोड़े. बल्कि दूसरों के हित के लिए कार्य करे एवं समाज सेवा करे. जहां लोग मिलजुल कर रहते हैं व्यक्ति को ऐसी जगह पर रहना चाहिए.